महासमुन्द
कस्टम मिलिंग धान उपार्जन नियम व मंड अधिनियम के तहत कार्रवाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 5 दिसंबर। राजस्व, मंडी और खाद्य विभाग की संयुक्त टीम ने कल गुरुवार को श्याम राइस मिल झलप में 3.41 करोड़ रुपए कीमत का 9562 क्विंटल धान जब्त किया है। एक और कार्रवाई में दूसरी टीम ने ग्राम चिवराकुटा सरायपाली में 250 कट्टा धान जब्त किया।
गौरतलब है कि जिले में अवैध धान परिवहन एवं भंडारण पर सख्त निगरानी तथा राइस मिलों के भौतिक सत्यापन का कार्य जारी है। इसी क्रम में कल राइस मिल झलप में भौतिक सत्यापन निरीक्षण में 9562 क्विंटल धान जब्त करते हुए त्वरित कार्रवाई की गई। इसी तरह विकासखंड सरायपाली में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व अनुपमा आनंद के नेतृत्व में संयुक्त टीम द्वारा चिवराकुटा में 250 कट्टा धान जब्त करते हुए त्वरित कार्रवाई की गई।
टीम ने धान के अवैध परिवहन और भंडारण की सूचना पर मौके पर पहुंचकर कार्रवाई की। टीम ने धान को जब्त कर आवश्यक का प्रक्रिया के तहत थाना सिंघोड़ा सुपुर्द किया है। कलेक्टर ने कहा खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 दौरान किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधि बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिले में सभी जांच चौकियों, राइस मिलों एवं उपार्जन केंद्रों पर निगरानी और भी सख्त की जा रही है। अधिकारी-कर्मचारियों को निर्देश गए हैं कि शिकायत मिलते धान खरीदी प्रक्रिया में पारदर्शिता, निष्पक्षता और तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित करें।
कलेक्टर श्री लंगेह ने कल ही भंवरपुर-गढ़ फुलझर एवं पिरदा धान उपार्जन केंद्र का औचक निरीक्षण कर आवश्यक निर्देश दिए। नरीक्षण के दौरान उन्होंने उपार्जन व्यवस्था, बारदाना उपलब्धता, टोकन व्यवस्था, तौल प्रक्रिया और कृषकों को दी जा रही सुविधाओं की समीक्षा की। इस अवसर पर अपर कलेक्टर रवि साहू, बसना एसडीएम हरिशंकर पैकरा, पिथौरा एसडीएम बजरंग वर्मा, खाद्य अधिकारी अजय यादव मौजूद थे। उपार्जन केन्द्रों में निरीक्षण के दौरान कलेक्टर श्री लंगेह ने निर्देशित किया कि किसानों को अनावश्यक प्रतीक्षा न कराएं तथा सभी आवश्यक सुविधाएं मुहैय्या कराएं। इस दौरान उन्होंने धान तौलाई का जायजा लेते हुए कहा कि तौल मशीनें पूर्ण रूप से सुचारू रहें और किसी भी प्रकार की त्रुटि न रहे। गुणवत्ता परीक्षण पारदर्शी और नियमानुसार किया जाए।
उन्होंने कहा कि बारदाना की उपलब्धता पर्याप्त मात्रा में सुनिश्चित की जाए ताकि किसानों को कोई असुविधा न हो। केंद्र परिसर में स्वच्छता, पीने के पानी और छाया की सुविधा व्यवस्थित हों। उन्होंने ऑनलाइन पंजीयन सूची एवं टोकन व्यवस्था की समीक्षा की तथा खरीदी डेटा को समय पर पोर्टल में अपडेट करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने उपार्जन केन्द्रों में धान बेचने पहुंचे किसानों से उपार्जन व्यवस्था के संबंध में बातचीत की।


