महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 5 दिसंबर। ग्राम पंचायत तुमाडबरी के पास स्थित संवरा बस्ती में पिछले लगभग 15 दिनों से पेयजल उपलब्ध नहीं होने की स्थिति बनी हुई थी। बस्ती में लगे एकमात्र हैंडपंप के खराब होने के बाद परिवार पास के बांध से पानी लाकर उपयोग कर रहे थे। गुरुवार को कलेक्टर विनय लंगेह को स्थिति की जानकारी मिलने पर जिला प्रशासन ने टीम भेजकर हैंडपंप को चालू करवा दिया।
स्थानीय निवासियों के अनुसार, 20 वर्षों से लगभग 55 संवरा परिवार इस क्षेत्र में अस्थायी झोपडिय़ों में रह रहे हैं। उनका कहना है कि पास की बस्ती में लगे ट्यूबवेल से पानी भरने में उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, जिसके कारण वे बांध का पानी उबालकर या छानकर इस्तेमाल कर रहे थे।
परिवारों ने बताया कि उनका पारंपरिक पेशा गांवों में सांप का खेल दिखाकर आजीविका अर्जित करना है। उन्होंने बताया कि बस्ती में सडक़ और बिजली की सुविधा नहीं है। बारिश के मौसम में आवागमन मुश्किल हो जाता है। कुछ परिवारों ने प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए आवेदन किए जाने की बात कही है, जिन पर अभी तक स्वीकृति नहीं मिली है।
बस्ती के लोगों ने यह भी बताया कि हाल ही में एक बच्ची की सांप के काटने से मृत्यु हुई थी। उनका कहना है कि बिजली न होने के कारण रात में सांप या अन्य जीवों के घर में आ जाने का खतरा बना रहता है।
वार्ड 04 के पार्षद राहुल आवड़े ने कहा कि आवश्यक सुविधाओं के लिए विधायक और कलेक्टर से मांग की गई है, और बिजली कनेक्शन उपलब्ध कराने के लिए विभागीय अधिकारियों से चर्चा की गई है।
जिला पंचायत सीईओ हेमंत नंदनवार ने कहा कि मामले की जानकारी मिलने पर टीम भेजकर हैंडपंप को चालू कराया गया है। उन्होंने बताया कि बस्ती में 50 से अधिक परिवार निवासरत हैं और अन्य मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता की भी जांच की जा रही है।


