महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 30 नवंबर। बागबाहरा के स्थानीय टाउन हॉल में शुक्रवार को दिव्यांग बच्चों, पालकों और विद्यालय प्रबंधन समिति एसएमसी के सदस्यों के लिए आयोजित दो दिवसीय समावेशी शिक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। उद्घाटन मुख्य अतिथि जनपद उपाध्यक्ष तरुण व्यवहार ने किया। श्री व्यवहार ने कहा कि दिव्यांग बच्चे किसी भी प्रकार से क्षमता में कम नहीं हैं। बल्कि उनमें अपार संभावनाएं छिपी होती हैं। उन्होंने यह उल्लेख किया कि किसी भी बच्चे की पहचान उसकी सीमाओं से नहीं, बल्कि उसके आत्मविश्वास, संकल्प और सीखने की निरंतर इच्छा से होती है।
उन्होंने उपस्थित दिव्यांग छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा तक पहुंच बनाने का संकल्प लेनेए निडर होकर आगे बढऩे और अपनी प्रतिभा को पूरी क्षमता के साथ विकसित करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि शिक्षा वह शक्ति है जो किसी भी बाधा को अवसर में बदल सकती है और समाज व विद्यालय की जिम्मेदारी है कि वे ऐसे बच्चों के लिए सहयोगी, संवेदनशील और अनुकूल वातावरण तैयार करें और उन्हें समावेशी शिक्षा के अनुकूल वातावरण तैयार करें।
इस दौरान सविता सुमन ने हाथ के इशारे, सीटी के संदेश पर स्काउट मास्टर प्रेमचन्द साव ने टोली विधि, गिरीश गजेंद्र ने खोज चिन्ह सहित अन्य विषयों में बताया। जिला प्रशिक्षण आयुक्त संतोष कुमार साहू ने स्काउटिंग व इसके उद्देश्यों के बारे में विस्तारपूर्वक बताते हुए कहा कि इससे नवयुवकों को अच्छा नागरिक बनाकर उनके सर्वांगीण विकास के लिए शारीरिक, बौद्धिक, शैक्षिक, तार्किक, आध्यात्मिक विकास के साथ अंत:करण का विकास करना होता है। इससे वे समाज के प्रति उत्तरदायित्व, देशप्रेम की भावना, सेवा कार्य करते हुए अपने कर्तव्य का निर्वहन कर सकें।
पिथौरा ब्लाक के सचिव व जिला पर्यवेक्षक झनेश कुमार साहू ने बताया कि इससे उत्तम नागरिक बनकर समाज हित में कार्य कर सकते हैं। उपस्थित स्काउट गाइड को जिला पर्यवेक्षक रामकुमार नायक ने समय सारिणी बनाकर अनुशासित रहकर अपने जीवन में कार्य करने प्रेरित किया गया। इस तृतीय सोपान व निपुण जांच शिविर में द्वितीय दिवस शनिवार की सुबह स्काउट मास्टर हीराधर साव ने सभी स्काउट गाइड छात्र-छात्राओं को तीन किलोमीटर दौड़ कराकर वार्मअप कराया।
शिविर संचालक गिरीश कुमार पाढ़ी ने बीपी सिक्स कराकर लाभ को बताया। गाइड कैप्टन अन्नपूर्णा बुड़ेक ने सभी शिविरार्थियों को जुम्बा नृत्य करवाया।
कक्षा समय में स्काउट्स व गाइड्स संघ बसना के सचिव विवेकानंद दास ने स्काउट आंदोलन, साइन, सैल्यूट, हाथ मिलाना, हीराधर साव ने विभिन्न ध्वज, राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा, भारत स्काउट्स व गाइड्स ध्वज, दल ध्वज, टोली ध्वज, विश्व स्काउट व गाइड ध्वज के बारे में बताया। सुकमोती चौहान ने गाइड विंग के गणवेश व भलाई के कार्य, नीलम कुमार ने स्काउट गाइड के संस्थापक बैडैन पावेल की जीवनी के बारे में जानकारी दी।


