महासमुन्द

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बागबाहरा/महासमुंद,12 सितंबर। शासकीय भूमि पर अतिक्रमण के विरूद्ध कल प्रशासनिक अमले ने पुलिस की उपस्थिति में सुनसुनिया खार व भानपुर मार्ग स्थित सरकारी जमीन पर कब्जा हटाने की कार्रवाई की। कब्जा हटाने के दौरान ग्रामीणों ने जमकर इसका विरोध किया। स्थिति यह रही कि अनेक ग्रामीण जेसीबी मशीन के समक्ष लेट गए। फलस्वरूप माहौल और भी गर्म हो गया और अंतत: प्रशासनिक अमले को कार्रवाई रोकना पड़ा। जानकारी मिलने पर विधायक द्वारिकाधीश यादव व जनपद अध्यक्ष केशव चंद्राकर वहां पहुंचे और उनकी पहल पर तहसीलदार ने कार्रवाई स्थगित कर दी।
जानकारी मिली है कि इसे लेकर कल सुबह से ही भानपुर का माहौल गर्म था। इसकी वजह थी कि वहां सात लोगों को अवैध कब्जा हटाने कार्रवाई की नोटिस मिला था। लिहाजा तहसीलदार नितिन ठाकुर की अगुवाई में राजस्व अमले ने पुलिस के साथ जेसीबी लेकर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की। एक घर के निर्माणाधीन बाउंड्री वाल को तोड़ते ही ग्रामवासियों का गुस्सा बढ़ गया और लोग जेसीबी के आगे खड़े हो गए। लोग जेसीबी के आगे लेट तक गए थे।
इस कार्रवाई की जानकारी मिलते ही क्षेत्र के विधायक द्वारिकाधीश यादव,जनपद अध्यक्ष केशव नायक राम चंद्राकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ वहां पहुंचे। उन्होंने राजस्व टीम से बात करते हुए कहा कि गरीबों का आशियाना ना उजाड़ें बल्कि जनप्रतिनिधियों, नागरिकों के साथ बैठककर समस्या का हल निकालें।
ग्रामवासियों, वार्ड पार्षद संगीता ध्रुव के विरोध करने व जनप्रतिनिधियों के कहने के बाद कार्रवाई स्थगित कर दी गयी। जनप्रतिनिधियों के जाने के बाद भी राजस्व अमला, पुलिस तकरीबन पौन घंटा वहां डटा रहा। उसके बाद अमला वापस हो गया। विधायक श्री यादव ने कहा कि जब-जब भाजपा की सरकार आई है, तब-तब बागबाहरा ढहता है। जिसका पूर्व में भी कई उदाहरण है। गरीबों का ठेला हटाना, शांति नगर के लोगों को बेघर करना इसका उदाहरण है। उन्होंने कहा कि एक बार तो पूरा बागबाहरा खंडहर हुआ था, यह स्थिति दोबारा ना आ जाए। क्योंकि भाजपा गरीबों का आशियाना उजाडऩा जानती है, लेकिन अपराधियों पर कोई कार्रवाई नहीं करती। उन्होनें कहा कि भाजपा सरकार अंग्रेजों की तरह हुकुमत करने ना करें।
मालूम हो कि नगर के सुनसुनिया खार व भानपुर मार्ग स्थित सरकारी जमीन पर लंबे समय से अवैध कब्जा कर मकान और दुकान बनाने वालों पर कल गुरुवार को कार्रवाई शुरू की गई। जानकारी के मुताबिक कार्रवाई से पहले कब्जाधारियों को नोटिस दिया गया था। नोटिस की अवधि पूरी होने के बाद सुबह तहसीलदार नितिन ठाकुर के नेतृत्व में प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा।
टीम में कोमाखान तहसीलदार हरीशकांत ध्रुव, नायब तहसीलदार नंदनी वर्मा, पटवारी, आरआई और अन्य मौजूद रहे। बुलडोजर की मदद से अतिक्रमण हटाने का काम शुरू किया गया। इस कार्रवाई के दौरान अतिक्रमणकारियों ने विरोध शुरू कर दिया। इसी बीच क्षेत्रीय विधायक द्वारकाधीश यादव और जनपद अध्यक्ष केशव नायक राम चंद्राकर भी मौके पर पहुंचे। दोनों जनप्रतिनिधियों ने इस कार्रवाई को अव्यवहारिक बताते हुए तुरंत रोकने की मांग की। उनके हस्तक्षेप के बाद प्रशासन को कार्रवाई रोकनी पड़ी। इस अवसर पर कांग्रेस कार्यकर्ता फिरोज मेमन,गणेश कुमार, श्याम बघेल, मन्ता यादव, शिवा जगत ठाकुर, लखबीर छाबड़ा, अमीर, लोकेश उइके, दुर्गेश यादव आदि उपस्थित थे।