महासमुन्द

आपके आरक्षक तस्करों से घूस लेकर क्यों छोड़ रहे?
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,12सितंबर। पूर्व विधायक महासमुंद डॉ.विमल चोपड़ा ने बीते 10 सितंबर को एसपी कार्यालय पहुंचकर पुलिस अधीक्षक से भेंट की।
इस दौरान डॉ.चोपड़ा ने एसपी को अवगत कराया कि जिला महासमुंद के अलग-अलग क्षेत्रों में पुलिस आरक्षकों के द्वारा घूस लेकर तस्करों को छोड़ दिया जा रहा है। शराब, गांजा, ड्रग्स जैसे कई मादक पदार्थों के अवैध व्यापार को फलने फूलने दिया जा रहा है। इससे अवैध नशा तस्करों का हौसला और भी बुलंद हो रहा है। इसका ताजा मामला पटेवा थाने में देखा जा सकता है कि किस प्रकार चार आरक्षकों को घूस लेने के आरोप में निलंबित किया गया।
डॉ. चोपड़ा ने कहा कि सिर्फ आरक्षकों को निलंबित क्यों किया गया? जबकि थानेदार पर भी कार्रवाई की जानी चाहिए। आरक्षकों को निलंबित करने और विभागीय जांच कराने से कोई भी परिणाम नहीं आयेंगे। विभागीय जांच एक औपचारिकता मात्र है। ऐसे सैकड़ों विभागीय जांच कार्यालयों में पड़े-पड़े धूल खा रहे हैं। जिस पर आज भी किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई, और शायद कभी होगी भी नहीं।
डॉ.चोपड़ा ने आगे कहा कि जिस प्रकार एक साधारण कर्मचारी के ऊपर घूस लेने पर कार्यवाही होती है, उसे गिरफ्तार किया जाता है। ठीक उसी तरह पुलिस प्रशासन में पदस्थ घूसखोर अधिकारियों और आरक्षकों के खिलाफ भी मात्र विभागीय जांच न किया जाए। वरन् उनके खिलाफ एफ आईआर दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी की जाए और उन पर भी कार्रवाई की जाए। डॉ. चोपड़ा ने छत्तीसगढ़ शासन के गृह मंत्री विजय शर्मा से भी फोन पर बात करते हुए इन सभी मामलों के बारे में अवगत कराते हुए कार्यवाही का अनुरोध किया है।