महासमुन्द

उद्यानों में उग आए कंटीले पेड़-पौधे, बच्चों की हंसी से गुलजार संजय कानन भी बदहाल
09-Sep-2025 4:22 PM
उद्यानों में उग आए कंटीले  पेड़-पौधे, बच्चों की हंसी से  गुलजार संजय कानन भी बदहाल

टॉय ट्रेन बरसों से मरम्मत के इंतजार में खटारा हुआ जा रहा

महासमुंद,9 सितंबर। महासमुंद शहरवासियों के सैर-सपाटे और बच्चों के मनोरंजन के लिए करोड़ों रुपए की लागत से बनाए गए उद्यानों का हाल बेहाल है। शहर में फिलहाल 5 गार्डन हैं, लेकिन इनमें से अधिकांश की स्थिति बदहाल है। कहीं बाउंड्रीवाल नहीं हैं तो कही कंटीले पेड़-पौधे उग आए हैं। ऐसे में उद्यान स्थानीय प्रशासन से मरम्मत की पहल का रास्ता ताक रहे हैं। महासमुंद का सबसे बड़ा उद्यान संजय गार्डन कभी बच्चों की हंसी से गुलजार रहता था, आज बदहाल हो गया है। यहां बच्चों को रिझाने के लिए लगाई गई टॉय ट्रेन बरसों से मरम्मत की मोहताज है। यह ट्रेन अब शोपीस बनकर खड़ी है। करीब एक साल से बंद पड़ी इस ट्रेन को देखकर बच्चे और उनके परिजन निराश होकर लौट रहे हैं।

करीब 5 एकड़ में फैले संजय गार्डन में टॉय ट्रेन बच्चों के मनोरंजन के उद्देश्य से शुरू की गई थी। नगर पालिका ने इस पर अब तक करीब 25 लाख रुपए खर्च किए हैं। ट्रेन में कुल 11 डिब्बे, एक इंजन और 10 बोगियां हैं। जिनमें एक साथ 250 बच्चे और बड़े बैठ सकते थे। शुरू के वर्षों में यह गार्डन का सबसे बड़ा आकर्षण था। लेकिन रखरखाव के अभाव में यह अब खटारा हो चुकी है। ट्रेन में घूमने के बजाय बच्चे अब इसकी जंग लगी बोगियों को धक्का देकर खेलते नजर आते हैं।

इस टॉय ट्रेन पर कभी डबल पटरी बिछाने के नाम पर खर्च तो कभी बोगी सुधारने, ट्रैक बनाने के नाम पर खर्च किए गए। सिर्फ  इंजन को ही 4 बार बनवाया गया है। बीते 16 साल में ट्रेन की मरम्मत के नाम पर 25 लाख से भी ज्यादा रुपए खर्च किए जा चुके हैं। बावजूद स्थिति में कोई सुधार नहीं है। ऐसे में शहरवासियों का तर्क है कि इतने में तो नई ट्रेन या इंजन खरीदा जा सकता था। लेकिन इस ओर न तो नपा के अधिकारियों ने ध्यान गया न ही जनप्रतिनिधियों ने कोई रुचि दिखाई। पूरे परिसर में चारों ओर कटीली झाडिय़ां हैं, जिसकी साफ -सफाई तक नहीं की गई है।

जानकारी अनुसार कोशिश करने पर यह ट्रेन कभी-कभार अगर चालू भी हुई तो बमुश्किल 20 कदम चलते ही हांफ कर बंद हो जाती है। इस पर नगर पालिका के सीएमओ अशोक सलामे ने कहा कि गार्डन में व्यायाम करने लगाए गए उपकरण और बच्चों के मनोरंजन के सामान की मरम्मत कराई जाएगी। ताकि लोगों को किसी तरह की असुविधा न हो। गार्डन को संवारने को लेकर पालिका द्वारा मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है। फंड नहीं होने के कारण काम नहीं हो पाया है।


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