महासमुन्द

मितानिनों ने एनएच 53 पर घंटों बाधित किया यातायात
05-Sep-2025 2:46 PM
मितानिनों ने एनएच 53 पर घंटों बाधित किया यातायात

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

महासमुंद, 5 सितंबर। विगत 27 दिनों से रायपुर के तुता मैदान में जारी मितानिन संघ का प्रदेश स्तरीय धरना आंदोलन, मुख्यमंत्री निवास घेराव कार्यक्रम में शामिल होने जा रही जिले के मितानिनों को पुलिस ने एनएच-53 पर अनेक स्थानों पर रोक लिया। जिससे नाराज मितानिनों ने जहां उन्हें रोका गया,  वहीं एनएच पर चक्काजाम कर नारेबाजी शुरू कर दी। कल घोड़ारी से लेकर सरायपाली तक नेशनल हाइवे-53 में अनेक स्थानों पर चक्काजाम के चलते वाहनों की लंबी कतारें हाइवे में देखने को मिली।

मितानिन नारेबाजी करते हुए मोदी की गारंटी को पूरा करने तथा मितानिन कार्यक्रम का संचालन एनजीओ को दिए जाने का विरोध कर रहे थे। जानकारी अनुसार विगत 7 अगस्त से संघ का आंदोलन रायपुर के तुता मैदान में चल रहा है। प्रदेश स्वास्थ्य मितानिन संघ की महासमुंद इकाई में लगभग 22 सौ मितानिन तीन सूत्रीय मांगों के समर्थन में वहीं जा रही थीं। जिसे पुलिस ने कल एनएच.53 घोड़ारी, तुमगांव, पटेवा, झलप, ढांक टोल प्लाजा, बसना, सरायपाली के पास वाहन चेकिंग के नाम पर रोक लिया। पुलिस ने उनके वाहनों का चालान काट दिया तथा यातायात नियमों का हवाला देते हुए उन्हें आगे जाने की अनुमति नहीं दी। इससे नाराज मितानिनों ने एनएच.53 पर घोड़ारी, तुमगांव, पटेवा, टोल प्लाजा ढांक के पास चक्काजाम कर दिया। चक्काजाम लगभग 3 घंटे चला। पुलिस व तहसीलदार के समझाइश पर चक्काजाम समाप्त किया गया। प्रशासन ने मितानिनों की मांगों को शासन तक पहुंचाने का आश्वासन दिया है।  कल एनएच-53 पर घोड़ारी, तुमगांव, पटेवा, झलप टोल प्लाजा में मितानिनों के चक्कजाम के चलते वाहनों की लंबी कतारें लग गई। लोगों को गंतव्य तक जाने लिए काफी परेशान होना पड़ा। छोटे-बड़े वाहनों की लंबी लाइन हाइवे में घंटों जाम रही। पुलिस को यातायात व्यवस्थित करने में काफी मशक्कत करना पड़ा।

शिक्षण कल्याण संघ की जिला अध्यक्ष प्रदेश स्वास्थ्य मितानिन संघ एवं प्रधान आरती डडसेना व सचिव अहिल्या साहू ने कहा कि 2023 में मोदी की गारंटी के घोषणा पत्र में वादा किया गया था कि मितानिन प्रशिक्षण, हेल्प डेस्क फैसिलिटेटर को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, शिक्षक, हेल्प डेस्क फैसिलिटेटर एक एनएचएम अंतर्गत संविलियन, मितानिन ब्लॉक कोआर्डिनेटर के वेतन, क्षतिपूर्ति,वेतन में 50 प्रतिशत की वृद्धि एवं मितानिन ब्लॉक कोऑर्डिनेटर एनजीओ के अंतर्गत कार्य नहीं करेंगे का वादा किया गया था,जो आज तक पूरा नहीं किया गया। लिहाजा वे विगत 7 अगस्त से आंदोलन पर हैं।


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