महासमुन्द

कहा-रिपोर्ट दर्ज कराने वाली महिला न तुमगांव
की बेटी है, न बहू, न किसी की रिश्तेदार
तुमगांव थाना प्रभारी को बर्खास्त करने और निष्पक्ष जांच के लिए टीम गठित करने की मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 5 सितंबर। जिला साहू संघ ने नपं तुमगांव के अध्यक्ष बलरामकांत साहू के खिलाफ की गई कार्रवाई पर पुलिस प्रशासन के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए इसे पुलिस की एकतरफ ा और मनमानी कार्रवाई करार दी है। समाज ने नगर पंचायत अध्यक्ष गिरफ्तारी मामले की टीम गठित कर निष्पक्ष जांच, तुमगांव थाना प्रभारी को पद से तत्काल बर्खास्त करने की मांग की है और कहा है कि अन्यथा की स्थिति में आंदोलन किया जाएगा। साहू समाज का कहना है कि प्रदेश भर में देह व्यापार की वजह से तुमगांव बदनाम है।
सामाजिकजनों ने कहा कि तुमगांव नगर पंचायत क्षेत्र में देह व्यापार व अवैध शराब का कारोबार खुलेआम चल रहा है। जिसे पुलिस का खुला समर्थन मिल रहा है। देह व्यापार करने तुमगांव आई महिला की शिकायत पर पुलिस द्वारा त्वरित कार्रवाई की है। पुलिस ने यह तहकीकात करने की कोशिश भी नहीं की कि शिकायत करने वाली महिला कौन है।
सामाजिकजनों का आरोप है कि जिस महिला ने रिपोर्ट दर्ज कराई है वह न तो तुमगांव की बहू है, न बेटी है, न किसी की रिश्तेदार है। पुलिस को पता करना चाहिए कि वह रायपुर से तुमगांव क्यों आती है।
साहू समाज के लोगों ने बताया कि घटना के एक दिन पूर्व पुलिस को देह व्यापार रोकने और अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई को लेकर बलरामकांत ने ज्ञापन सौंपा था। आंदोलन की चेतावनी दी थी। इसलिए पुलिस ने तत्काल बलराम के खिलाफ कार्रवाई की है। बलराम निर्दलीय अध्यक्ष हैं, इसलिए पुलिस ने इस मामले में तुमगांव में डेढ़ दो सौ पुलिस तैनात कर किसी गंभीरक आरोपी की तरह उसे घर से उठाया है। जबकि बलराम कांत संवैधाििनक पद पर है। बलराम की रिपेर्ट पर कोई कार्रवाई नहीं करना पुलिस की मानसिकता को उजागर करता है।
पत्रकारवार्ता में शामिल तुमगांव निवासी भाजपा नेता मोती साहू ने सवाल उठाया कि जिस महिला की शिकायत पर जनप्रतिनिधि बलरामकांत साहू के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई की है न तो वह तुमगांव की बहू है, और न ही बेटी। और तो और वह तुमगांव की निवासी भी नहीं है। बल्कि तुमगांव में आयातित होकर देह व्यापार जैसे घृणित कार्य को अंजाम दे रही है। इससे तुमगांव बदनाम हो रहा है इन लोगों को पुलिस का स्पष्ट संरक्षण है। पुलिस और देह व्यापार में लिप्त लोगों द्वारा साधन संपन्न लोगों को जात में फंसाकर अवैध रूप से वसूली की जाती है। जिसके कारण पुलिस का संरक्षण मिला हुआ है।
कांग्रेस नेता मनोजकांत साहू ने आरोप लगाया कि तुमगांव में अवैध गतिविधियों से कई परिवार त्रस्त हैं। कुछ तो ऐसे हैं जो तुमगांव छोडक़र अनयंत्र जाकर बस रहे हंै।
उन्होंने निष्पक्षता जांच की मांग की है। साहू समाज के प्रतिनिधियों ने तुमगांव थाना प्रभारी पर आपसी रंजिश के तहत मामला दर्ज कर नपं अध्यक्ष को गिरफ्तार करने का आरोप लगाया है। समाज के प्रतिनिधियों ने कहा है कि देह व्यापार व क्षेत्र में अवैध शराब बिक्री के चलते यहां माहौल खराब हो रहा है। इसका विरोध करते हुए इस प्रकार अनैतिक कार्य को बंद कराने गत दिनों नगर पंचायत अध्यक्ष बलरामकांत साहू ने पुलिस को के ज्ञापन सौंपा था। पुलिस ने उनके ज्ञापन पर कोई कार्यवाही नहीं की, उलटे एक झूठे आरोप में तत्काल कार्रवाई करते हुई उन पर मामला दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया।
प्रेस क्लब भवन में जिला साहू समाज संघ के जिला अध्यक्ष धरम साहू, मनोजकांत साहू, गौकरण साहू, मोती साहू, तुलाराम साहू, ललित साहू, रमेश साहू, राधेश्याम साहू, कपिल साहू, खिलावन साहू, महेंद्र साहू आदि ने पत्रकार वार्ता में बताया कि तुमगांव तथा आसपास के क्षेत्र में काफे लंबे समय से देह व्यापार का कार्य जारी है जिसमें अन्य राज्यों से भी महिलाएं प्रतिदिन तुमगांव आकर उक्त अवैध धंधे में शामिल रहती हैं। पूर्व में कई बार इस संबंध में नगरवासियों व क्षेत्र के प्रमुख लोगों द्वारा विरोध किया जाता रहा है।
बताया कि लगभग 2 वर्ष पूर्व देह व्यापार के अड्डे को नगर पंचायत द्वारा तोड़ा गया था। पुलिस एवं प्रशासन के हस्तक्षेप पर कुछ समय तक देह व्यापार बंद रहा। समाजजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस के संरक्षण में तुमगांव थाना के पास फिर से देह व्यापार में संलिप्तों ने नपा अड्डा बना लिया है। जहां से देह व्यापार संचालित होता है। जिसकी थाना प्रभारी सहित पुलिस प्रशासन को पूरी जानकारी है तथा पुलिस के संरक्षण में ही जिस्म फरोशी का धंधा चल रहा है। इसके अलावा तुमगांव एवं आसपास के क्षेत्र में अवैध शराब का व्यवसाय बड़े पैमाने पर चल रहा है, जिसे भी थाना प्रभारी का संरक्षण प्राप्त है। 29 अगस्त को नगर पंचायत अध्यक्ष व पार्षदों की ओर से ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की गई किन्तु थाना प्रभारी ने देह व्यापार में लिप्त लोगों को संरक्षण देते हुए नगर पंचायत अध्यक्ष के विरुद्ध छेड़छाड़ को झूठी रिपोर्ट दर्ज कराकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया।