महासमुन्द

फूड पॉइजनिंग से बीमार भर्ती सभी की छुट्टी
07-Oct-2021 5:26 PM
फूड पॉइजनिंग से बीमार भर्ती सभी की छुट्टी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पिथौरा, 7 अक्टूबर।
बुधवार को विकासखण्ड के गांव अंसुला में फ़ूड पॉइज़निंग के बाद पिथौरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती किये गए सभी मरीजों को आज सुबह छुट्टी देकर घर भेज दिया गया है।
ज्ञात हो कि घटना की जानकारी मिलते ही पिथौरा तहसीलदार, बसना तहसीलदार, एसडीएम सरायपाली भी मौके पर पहुंचे थे। कलेक्टर डोमन सिंह  देर रात स्थिति का जायजा लेने पिथौरा और अंसुला पहुंचे थे।

इस संबंध में पिथौरा बीएमओ डॉ. तारा अग्रवाल ने बताया कि अंसुला फ़ूड पॉइज़निंग मामले में उल्टी-दस्त से बीमार करीब 50 ग्रामीण पिथौरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती किये गए थे, जिन्हें तत्काल उपचार के बाद रात भर चिकित्सकीय देखरेख में रखकर सुबह सभी मरीजों को छुट्टी देकर उन्हें उनके घरों को भेज दिया गया है। जबकि उक्त मामले से संबंधित करीब 130 मरीजों का उपचार सांकरा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में किया गया। सांकरा स्वास्थ्य केंद्र में सभी 130 मरीजों को उपचार के बाद रात में ही छुट्टी दे दी गई थी। अब उक्त मामले में और किसी के बीमार होने की जानकारी नहीं है।

 ज्ञात हो कि अंसुला प्राथमिक शाला के प्रधानपाठक दिलीप साहू की माताजी के निधन के बाद बुधवार दोपहर को दशगात्र था। भोज कार्यक्रम में अंसुला सहित आसपास के ग्रामीण एवं बच्चे भी शामिल हुए। करीब 2 बजे तक चले भोजन कार्यक्रम के बाद अचानक एक के बाद एक शामिल ग्रामीण एवं बच्चों को दस्त होनी लगी। कुछ को उल्टियां भी होने लगी थी। इसके बाद आनन-फानन में बच्चों एवम ग्रामीणों को पिथौरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया जाने लगा।

खबर मिलते ही कल महासमुंद कलेक्टर डोमन सिंह पिथौरा पहुंचे थे। उन्होंने फूड प्वाइजन से प्रभावित बच्चों और लोगों से बातचीत की और हालचाल पूछा। साथ ही चिकित्सकों को सभी के बेहतर उपचार करने कहा। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत आकाश छिकारा और एसडीएम पिथौरा भी मौक़े पर उनके साथ थे।

एक मरीज ग्रामीण ने बताया कि भोज में फुटू (मशरूम)भी बनाया गया था। शायद इसी से फ़ूड प्वाइजनिंग हुई होगी।
पिथौरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉ. एस के डड़सेना ने बुधवार शाम को बताया कि अब तक 46 ग्रामीणों को स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करवाया गया है, इनमें 8 बालिग एवं बाकी सभी 6 से 8 साल उम्र के बच्चे है। इनमें कुछ दस्त एवं कुछ उल्टी के शिकार थे। सभी का तत्काल उपचार किया गया। डॉक्टरों द्वारा मरीजों को घर वापस जाने की भी अनुमति दे दी गयी है। इसके बावजूद एहतियातन रात को मरीज रुके रहे।
कलेक्टर ने जरूरी होने पर जिला मुख्यालय से भी डॉक्टरों की टीम पिथौरा बुलाने के निर्देश दिए थे और खुद भी स्थिति पर पिथौरा में रहकर नजर रखे हुए थे।

पिथौरा बीएमओ डॉ. तारा अग्रवाल कहती हैं-भोज में फूटू और चावल परोसा गया था। इस कार्यक्रम में ग्राम अंसुला के साथ आसपास के ग्राम पाटनदादर, कोरमाडीह व चारभांठा के लोग भी शामिल हुए। लोगों को भोजन के बाद उल्टी-दस्त जैसी समस्याएं शुरू हो गईं तो उन्हें सांकरा अस्पताल के साथ पिथौरा सीएचसी में भर्ती किया गया। 48 लोग पिथौरा सीएचसी और 12 लोगों को सांकरा स्थित सरकारी अस्पताल में भर्ती किया गया। देर रात तक दोनों अस्पतालों से तबीयत ठीक होने के साथ ही लोगों को छुट्टी भी दी जाती रही। लोगों का स्वास्थ्य बिगड़ते देख 108 वाहन के अलावा अंसुला निवासी राजू अग्रवाल और जनपद सदस्य पुरषोत्तम धृतलहरे ने अपने-अपने वाहनों से अस्पताल पहुंचाने का काम किया। 
 


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