महासमुन्द

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 5 अक्टूबर। खल्लारी क्षेत्र के गांवों में फसलों को बर्बाद करने के बाद टस्कर एमई-1 व 3 गरियाबंद जिले के छुरा ब्लॉक के पेंड्रा जंगल पहुंच गए हैं, वहीं तीन दंतैल कसडोल क्षेत्र में घूम रहे रोहांसी दल के 14 हाथियों के दल से मिल गए हैं। फिलहाल जिले में हाथी नहीं है, लेकिन वन विभाग दोनों क्षेत्र में नजर रखे हुए हंै, क्योंकि टस्कर एमई-1 कभी भी वापस लौट सकता है।
वन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक जिले के सीमावर्ती इलाके में रोहांसी दल के 14 हाथी विचरण कर रहे हैं। इसी दल के साथ रोहांसी दल के ही तीन दंतैल जाकर मिल गए हैं। यही कारण कारण है कि क्षेत्र के किसान चिंतित हैं कि ये दंतैल पूरे दल को लेकर इस ओर न आ जाए। यदि ये दल जिले में प्रवेश करेगा तो किसानों की मुसीबत एक बार फिर बढ़ जाएगी।
डिप्टी रेंजर राकेश परिहार कहते हैं कि एक अक्टूबर को टस्कर एमई-1 व 3 जोरातराई, रैतला व चरौदा होते हुए छुरा ब्लॉक के पेंड्रा जंगल पहुंच गए हैं, वहीं तीन दंतैल कसडोल क्षेत्र में 14 हाथी के दल से मिल गए हैं। वर्तमान में महासमुंद जिले में हाथियों का मूवमेंट नहीं है। एहतियात के तौर पर विभाग के अधिकारी व कर्मचारी अलर्ट हैं। गजराज वाहन भी लगातार सिरपुर क्षेत्र में पेट्रोलिंग कर रहा है। रात में दंतैल प्रवेश न करे, इसके लिए भी टीम नजर बनाई हुई है। लोगों की लापरवाही की वजह से जनहानि बढ़ रही है। विभाग के अधिकारी कर्मचारी व ग्रामीण अलर्ट करने के बावजूद हाथी के पास चले जाते हैं।