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नयी दिल्ली, 19 नवंबर। दिल्ली की एक अदालत ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के आरोपी एवं गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई को बुधवार को 11 दिन की एनआईए हिरासत में भेज दिया।
राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने अमेरिका से प्रत्यर्पण के उपरांत गिरफ्तार किये गये अनमोल को शाम करीब पांच बजे पटियाला हाउस अदालत में पेश किया।
संघीय एजेंसी ने अनमोल को विशेष न्यायाधीश प्रशांत शर्मा के समक्ष पेश कर उसे 15 दिन की हिरासत में भेजने का अनुरोध किया, जिस पर अदालत ने अनमोल को 11 दिन की एनआईए हिरासत में भेज दिया।
अदालत के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए, विशेष लोक अभियोजक (एसपीपी) राहुल त्यागी ने कहा कि आरोपी को एनआईए हिरासत पूरी होने के बाद फिर से अदालत में पेश किया जाएगा।
लोक अभियोजक ने कहा, ‘‘वह (अनमोल) आतंकवादी-गैंगस्टर सिंडिकेट का एक बहुत ही महत्वपूर्ण सदस्य है। उसके पास कुछ बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी है।’’
उन्होंने कहा कि एनआईए ने इस सिंडिकेट के काम करने के तौर-तरीके, धन के स्रोत, अन्य लोगों की संलिप्तता और सिंडिकेट की गतिविधियों का पता लगाने के आधार पर अनमोल को एजेंसी की हिरासत में भेजने का अनुरोध किया था।
लोक अभियोजक ने कहा, ‘‘हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि वह भारत से कैसे भागा।’’
अदालत परिसर और उसके आसपास कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रही। मीडियाकर्मियों को अदालती कार्यवाही में शामिल होने की अनुमति नहीं थी।
राकांपा के नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या, अप्रैल 2024 में बॉलीवुड स्टार सलमान खान के घर पर गोलीबारी, पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या समेत कई अन्य अपराधों में वांछित अनमोल को मंगलवार को अमेरिका से प्रत्यर्पित किया गया। उसे पिछले साल नवंबर में अमेरिका में हिरासत में लिया गया था।
वर्ष 2022 से फरार अनमोल अमेरिका में रह रहा था और जेल में बंद अपने भाई लॉरेंस बिश्नोई के नेतृत्व वाले आतंकी-सिंडिकेट में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार होने वाला 19वां आरोपी है।
एनआईए ने एक बयान में कहा, ‘‘अनमोल के खिलाफ एनआईए ने मार्च 2023 में उस वक्त आरोप-पत्र दाखिल किया था, जब मामले की जांच में यह बात सामने आई थी कि उसने 2020-2023 की अवधि के दौरान देश में विभिन्न आतंकवादी कृत्यों को अंजाम देने में घोषित आतंकवादी गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई की सक्रिय रूप से सहायता की थी।’’ (भाषा)


