ताजा खबर
@RAVINDERRAINA
जम्मू-कश्मीर में राज्यसभा चुनावों के नतीजे आने के बाद बीजेपी को मिले 4 अतिरिक्त वोट पर उमर अब्दुल्लाह ने सवाल खड़े किए हैं.
बीजेपी ने जम्मू -कश्मीर की चार राज्यसभा सीटों में से एक पर जीत दर्ज की है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सत शर्मा को एक सीट पर जीत मिली है. जबकि तीन सीटों पर सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ़्रेंस (एनसी) के तीन उम्मीदवारों की जीत हुई है.
राज्य के मुख्यमंत्री और एनसी नेता उमर अब्दुल्लाह ने इस मुद्दे पर सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर पोस्ट किया है.
उन्होंने दावा किया, "जेकेएनसी के सभी वोट चारों चुनावों में पूरी तरह सुरक्षित रहे, जैसा कि हमारे चुनाव एजेंट ने देखा, जिन्होंने हर पोलिंग स्लिप की जांच की. हमारे किसी भी विधायक ने क्रॉस वोटिंग नहीं की, तो सवाल उठता है कि बीजेपी को मिले 4 अतिरिक्त वोट कहां से आए?”
उमर अब्दुल्लाह ने लिखा, “वे विधायक कौन थे जिन्होंने जानबूझकर ग़लत प्रेफ़रेंस नंबर डालकर अपने वोट को अमान्य करवाया? क्या उनमें इतना साहस है कि वे सामने आकर स्वीकार करें कि उन्होंने बीजेपी की मदद की, जबकि उन्होंने हमें अपना समर्थन देने का वादा किया था?”
“किस दबाव या प्रलोभन ने उन्हें ऐसा करने पर मजबूर किया? देखना होगा कि क्या बीजेपी की ख़ुफ़िया टीम में से कोई अपनी आत्मा बेचने की बात स्वीकार करता है."
बीजेपी के सत शर्मा को इस चुनाव में चार वोटों की बढ़त मिली, जबकि बीजेपी के पास कुल 28 विधायक हैं.
चुनावी नतीजों के बाद इस बात पर भी चर्चा शुरू हो गई कि किन चार विधायकों ने बीजेपी के पक्ष में वोट डाले हैं.
इन चुनावों में नेशनल कॉन्फ्रेंस को एक सीपीआईएम और कुछ निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन मिला था.
जम्मू -कश्मीर की विधानसभा में कुल 90 सीटें हैं. इस समय विधानसभा में कुल 88 विधायक हैं. गांदरबल और बडगाम की सीटें फ़िलहाल खाली हैं.
नेशनल कॉन्फ़्रेंस के पास विधानसभा की 42 सीटें हैं जबकि कांग्रेस के पास 6 और पीडीपी के पास केवल 3 सीटें हैं.
साल 2019 में जम्मू -कश्मीर को राज्य से केंद्र शासित प्रदेश बनाने के बाद पहली बार यहाँ राज्यसभा के लिए चुनाव हुआ था. (bbc.com/hindi)


