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मणिपुर में पहाड़ों और घाटी के लोगों के बीच विश्वास का मजबूत संबंध बनाने की जरूरत : मोदी
13-Sep-2025 7:43 PM
मणिपुर में पहाड़ों और घाटी के लोगों के बीच विश्वास का मजबूत संबंध बनाने की जरूरत : मोदी

इंफाल, 13 सितंबर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि मणिपुर में पहाड़ों और घाटी के लोगों के बीच ‘‘विश्वास’’ का मजबूत संबंध बनाया जाना चाहिए।

मई 2023 में कुकी और मेइती समुदायों के बीच जातीय हिंसा भड़कने के बाद, राज्य की अपनी पहली यात्रा के दौरान इंफाल के कांगला किले में एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार राज्य में सुलह और विकास के लिए लगातार काम कर रही है।

उन्होंने कहा, ‘‘मणिपुर 'भारत माता' के मुकुट को सुशोभित करने वाला 'रत्न' है। यहां किसी भी प्रकार की हिंसा निंदनीय है। यह न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है, बल्कि हमारी आने वाली पीढ़ियों के साथ घोर अन्याय भी है। हमें मिलकर मणिपुर को शांति और विकास के पथ पर आगे ले जाना होगा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हमारी सरकार ज़ख्मों पर मरहम लगाने और विश्वास बहाल करने के लिए प्रतिबद्ध है।’’

मेइती समुदाय के लोग इंफाल घाटी में रहते हैं, जबकि कुकी समुदाय आस-पास की पहाड़ियों पर रहता है।

प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि राज्य में शांति पर कोई समझौता नहीं किया जा सकता तथा इसे केवल बातचीत और एकता से ही हासिल किया जा सकता है।

उन्होंने कहा, ‘‘मणिपुर में अपार क्षमताएं हैं, लेकिन हिंसा हमारे सामाजिक ताने-बाने को कमज़ोर करती है। केवल शांति और सद्भाव ही राज्य को भारत के पूर्वी क्षेत्र के मुकुट के मणि के रूप में उसका उचित स्थान दिला सकता है।’’

मोदी ने कहा कि केंद्र ने संघर्ष प्रभावित लोगों के लिए 7,000 नये घरों के निर्माण को मंज़ूरी दी है, साथ ही लगभग 3,000 करोड़ रुपये के विशेष पैकेज की भी घोषणा की है।

उन्होंने कहा, ‘‘हिंसा प्रभावित लोगों के जीवन में सामान्य स्थिति बहाल करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।’’

कार्यक्रम में, प्रधानमंत्री ने 1,200 करोड़ रुपये की 17 विकास परियोजनाओं की शुरूआत भी की।

मोदी ने कहा कि उनकी सरकार के कार्यकाल में मणिपुर के विकास की गति बदल गई है।

उन्होंने कहा, ‘‘2014 से पहले, मणिपुर की विकास दर एक प्रतिशत से भी कम थी। आज, राज्य कहीं ज़्यादा तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। 21वीं सदी पूरब और पूर्वोत्तर की है, और इसलिए केंद्र ने मणिपुर के विकास को लगातार प्राथमिकता दी है।’’

मोदी ने याद दिलाया कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने मणिपुर को भारत की आज़ादी का प्रवेश द्वार बताया था।

उन्होंने कहा, ‘‘इस धरती ने पहली बार आज़ाद हिंद फ़ौज को तिरंगा फहराते देखा है और देश को कई शहीद दिए हैं। हमारी सरकार उनके बलिदान से प्रेरित होकर आगे बढ़ रही है।’’

प्रधानमंत्री ने कहा कि महिला सशक्तीकरण राज्य की सबसे मजबूत परंपराओं में से एक है और उन्होंने केवल महिला विक्रेताओं द्वारा संचालित प्रसिद्ध बाज़ार इमा कीथेल को इसका ‘‘उत्कृष्ट उदाहरण’’ बताया।

उन्होंने कहा, ‘‘यहां की माताएं और बहनें हमेशा से अर्थव्यवस्था में अग्रणी रही हैं। मैं नारी शक्ति को भारत के विकास और आत्मनिर्भरता की प्रेरक शक्ति मानता हूं और मणिपुर इस भावना का प्रतीक है।’’

राष्ट्रीय सुरक्षा में राज्य के सैनिकों की भूमिका की सराहना करते हुए, मोदी ने कहा कि देश उनकी वीरता को हमेशा याद रखेगा।

उन्होंने कहा, ‘‘ऑपरेशन सिंदूर में मणिपुर के वीर सपूतों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।’’

मोदी ने कहा कि मणिपुर की महिलाएं राज्य के आर्थिक विकास में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘21वीं सदी पूर्वोत्तर की है।’’

मोदी ने कहा कि सरकार आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं पर जीएसटी कम करके लोगों का जीवन आसान बनाने के लिए काम कर रही है, जिससे सीमेंट, खाने-पीने और होटलों में ठहरने की कीमतें कम होंगी तथा टैक्सी सेवाओं, ढाबों और गेस्ट हाउस जैसे स्थानीय व्यवसायों को बढ़ावा मिलेगा।

प्रधानमंत्री का यह दौरा, विपक्षी दलों द्वारा हिंसाग्रस्त राज्य का दौरा न करने के लिए बार-बार की गई आलोचना के बीच हो रहा है।

राज्य में मई 2023 में जातीय हिंसा शुरू होने के बाद से 260 लोग मारे गए हैं और हज़ारों लोग बेघर हुए हैं।

मोदी ने कहा कि उनकी सरकार राज्य के लोगों के साथ दृढ़ता से खड़ी है।

उन्होंने कहा, ‘‘मणिपुर की हज़ारों साल पुरानी एक समृद्ध विरासत है, जिसकी गहरी सांस्कृतिक जड़ें हैं। हम इसकी शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने और विकास एवं प्रगति की भूमि के रूप में इसकी छवि को मज़बूत करने के लिए काम कर रहे हैं।’’  (भाषा)


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