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'मंदिर देखने गए थे लेकिन ये यात्रा डरावना सपना बन गई', नेपाल में फंसे भारतीयों की आपबीती
11-Sep-2025 8:47 AM
'मंदिर देखने गए थे लेकिन ये यात्रा डरावना सपना बन गई', नेपाल में फंसे भारतीयों की आपबीती

-सईदुज़्ज़्मान

नेपाल का काठमांडू एयरपोर्ट बुधवार को फिर से तो खुल गया लेकिन शहर में अभी भी कर्फ्यू है और नेपाल घूमने आए भारतीय पर्यटक वहां फंसे हुए हैं.

वीणा सक्सेना के माता-पिता भी उन्हीं पर्यटकों में से हैं.

उन्होंने बीबीसी हिन्दी को बताया कि उनका परिवार 21 लोगों के ग्रुप के साथ सात सितंबर को दिल्ली से नेपाल गया था. वे वहां पशुपतिनाथ, पोखरा और मुक्तिनाथ के दर्शन के लिए पहुंचे थे.

वह कहती हैं, “सात तारीख को नेपाल पहुंचे, अगले दिन घूमने निकले. लौटते वक्त प्रदर्शन शुरू हो गया. लोकल पुलिस ने रोका, लेकिन जब बताया कि टूरिस्ट हैं, तो जाने दिया. तब से वे लोग होटल में फंसे हैं.”

“वहां से जेल बस 250 मीटर दूर है. पूरी रात अपराधियों ने उत्पात मचाया, फिर सेना ने थोड़ा नियंत्रण किया. अब लग रहा है कि शायद अपराध कम हो, लेकिन दंगे जारी हैं. आगजनी है, पत्थरबाज़ी है, हालात बेहद खराब हैं.”

वीणा ने बताया कि इस ग्रुप में छह-सात सीनियर सिटीज़न हैं, जिन सबकी उम्र 60 साल से ऊपर है. इनमें से तीन से चार लोग दिल के मरीज़ हैं, किसी को डायबिटीज़ है, किसी को हाई बीपी.

उन्होंने कहा, “मंदिर देखने गए थे, अब ये यात्रा एक डरावना सपना बन गई है. न दवा है, न बिजली, न पानी. खाना भी नहीं है. होटल में छोटा-मोटा कुछ पका कर जैसे-तैसे काम चला रहे हैं.”

उन्होंने बताया कि नेपाल और भारत दोनों के दूतावासों से संपर्क किया गया है, लेकिन जवाब सिर्फ यही मिला कि ‘इंतज़ार कीजिए’.

एक और भारतीय पर्यटक, उपासना गिल भी इस हिंसा की चपेट में आ गईं. उनका वीडियो वायरल हुआ, जिसे क्रिएटर प्रफुल गर्ग ने शेयर किया.

वीडियो में उपासना बताती हैं कि जब वह पोखरा के एक स्पा में थीं, प्रदर्शनकारियों ने उनके होटल को आग लगा दी.

उन्होंने कहा, “मैं वॉलीबॉल टूर्नामेंट होस्ट करने नेपाल आई थी. होटल जल गया. सब कुछ उसी कमरे में था. जब आग लगी, मैं स्पा में थी. फिर कुछ लोग डंडों के साथ मुझे दौड़ाने लगे. किसी तरह जान बचाकर भागी.”

उपासना ने चेताया है कि अब टूरिस्ट भी सुरक्षित नहीं हैं.

वह बोलीं, “सड़कों पर आग लगाई जा रही है. जो काम के लिए आए हैं, उन्हें भी नहीं बख्शा जा रहा. हम नहीं जानते कि दूसरे होटल में कितने दिन टिक पाएंगे. मैं एंबेसी से हाथ जोड़कर अपील कर रही हूं कि हमें बचाइए. हम यहां फंसे हैं, मदद की तुरंत ज़रूरत है.”

भारतीय एंबेसी ने ट्रैवल एडवाइज़री जारी की है कि फिलहाल नेपाल की यात्रा ना करें.

एंबेसी ने इमरजेंसी नंबर भी शेयर किए हैं: +977-9808602881 और +977-9810326134 (दोनों नंबर व्हाट्स ऐप कॉल के लिए भी उपलब्ध हैं)

भारत के विदेश मंत्रालय ने नेपाल में मौजूद भारतीय नागरिकों से अपील की है कि वे बाहर न निकलें, जहां हैं वहीं रहें.

मंत्रालय ने यह भी कहा कि नेपाल की लोकल अथॉरिटी और भारतीय एंबेसी की एडवाइज़री को फॉलो करें. इमरजेंसी में एंबेसी के हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करें.(bbc.com/hindi)


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