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इंफाल, 11 सितंबर। मणिपुर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शनिवार को संभावित दौरे से पहले इंफाल और चुराचांदपुर जिला मुख्यालयों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
राज्य और केंद्र दोनों के सुरक्षाबलों को इंफाल के लगभग 237 एकड़ में फैले कांगला किले और चुराचांदपुर के ‘पीस ग्राउंड’ में बड़ी संख्या में तैनात किया गया है, जहां प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के लिए एक भव्य मंच तैयार किया जा रहा है।
मोदी के मिजोरम से मणिपुर पहुंचने की संभावना है, हालांकि इस संबंध में नयी दिल्ली या इंफाल से कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। इसके मद्देनजर राज्य में तैयारियों को लेकर कई बैठकें की गई हैं।
यह दौरा मई 2023 में कुकी और मेइती समुदायों के बीच हुई जातीय हिंसा के बाद प्रधानमंत्री मोदी का पहला मणिपुर दौरा होगा। इस हिंसा में अब तक 250 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है और हजारों लोग बेघर हो गए हैं।
कांगला किले से सटे संजेनथोंग, मिनुथोंग और मोइरंगखोम क्षेत्रों में तलाशी और जांच अभियान तेज कर दिए गए हैं। राज्य के पुलिसकर्मियों के साथ केंद्रीय सुरक्षा बलों द्वारा कांगला किले की चौबीसों घंटे निगरानी की जा रही है, और राज्य आपदा प्रबंधन बल की नौकाएं किले की चारों ओर की खाइयों में गश्त कर रही हैं।
कांगला किला 1891 में रियासत के विलय से पहले मणिपुर के तत्कालीन शासकों की सत्ता का केंद्र था। यह किला तीन ओर से खाइयों और पूर्व की ओर से इंफाल नदी से घिरा हुआ है। किले के भीतर एक बड़ा पोलो मैदान, एक छोटा जंगल, मंदिरों के अवशेष और राज्य पुरातत्व कार्यालय स्थित हैं।
केंद्रीय सुरक्षा बल के एक अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “किसी भी संदिग्ध वस्तु का पता लगाने के लिए श्वान दस्तों और उन्नत उपकरणों का इस्तेमाल किया जा रहा है। सुरक्षाकर्मी बारी-बारी से किले की परिधि और परिसर में पैदल गश्त कर रहे हैं ताकि किसी भी असामान्य गतिविधि की पहचान की जा सके। किले में प्रवेश करने वाले प्रत्येक व्यक्ति का रिकॉर्ड रखा जा रहा है और जांच की जा रही है, और पर्यटकों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है।”
एक अन्य अधिकारी ने बताया, “हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है और उच्च अधिकारियों की निगरानी में सुरक्षा अभ्यास चल रहा है।” उन्होंने यह भी बताया कि सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा के लिए अधिकारियों की दैनिक बैठकें हो रही हैं।
इस बीच, केंद्रीय सुरक्षा अधिकारियों का एक अग्रिम दल चुराचांदपुर पहुंच चुका है।
राज्य के अन्य हिस्सों में भी सुरक्षाबलों ने सभी संवेदनशील और सीमावर्ती क्षेत्रों में तलाशी अभियान और गश्त तेज कर दी है।
असामाजिक तत्वों पर नियंत्रण के लिए राज्य पुलिस और सीआरपीएफ द्वारा पहाड़ी और मैदानी जिलों में अस्थायी जांच चौकियां स्थापित की गई हैं।
राज्य में सख्ती के चलते पिछले 48 घंटों में तीन उग्रवादियों को गिरफ्तार किया गया है। प्रतिबंधित संगठन पीआरईपीएके के एक सदस्य को इंफाल पश्चिम जिले के लांगथाबल कुंजा स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया गया और उसके पास से नौ एमएम पिस्तौल जब्त की गई।
इसके अलावा, प्रतिबंधित यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट (यूएनएलएफ-कोइरेंग) के एक उग्रवादी को बिष्णुपुर जिले के सुनुसीफाई से और प्रतिबंधित केसीपी (ताइबांगनगांबा) के एक अन्य उग्रवादी को इंफाल पूर्व जिले के वांगखेई से गिरफ्तार किया गया। (भाषा)