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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 6 सितंबर। शनिवार सुबह सरगुजा जिला के लुण्ड्रा विकासखंड में गेरसा बांध टूट गया। जिससे लगभग 40 एकड़ से अधिक में लगे फसल बर्बाद होने की आशंका जताई गई है।
बांध टूटने की खबर पर सरगुजा कलेक्टर विलास भोसकर संदीपन और जल संसाधन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंच वस्तुस्थिति का आंकलन किया। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पानी कम होने के बाद ही डैम बांधने का कार्य प्रारंभ किया जा सकता है।
जानकारी के मुताबिक शुक्रवार की रात से ही बांध के एक हिस्से में रिसाव हो रहा था, जो शनिवार की सुबह टूट गया। शनिवार की सुबह करीब 9 बजे गेरसा बांध टूटने की सूचना ग्रामीण चरवाहों ने गांववालों को दी।
बताया गया कि चरवाहे अपने गाय-बैल चराने जंगल की ओर जा रहे थे, तभी उन्हें पानी की तेज कुलबुलाहट की आवाज सुनाई दी। मौके पर जाकर देखने पर पता चला कि बांध के एक साइड गेट के पास सुराख बनते-बनते पूरा हिस्सा टूट गया। टूटे हिस्से की चौड़ाई करीब 3 मीटर आंकी जा रही है।
बांध के नीचे लगभग 40 एकड़ फसल डूबने और खराब होने की आशंका जताई जा रही है। सूचना मिलते ही एरिकेशन विभाग की टीम मौके पर पहुंची, लेकिन पानी की अधिकता के चलते अब तक कोई ठोस बचाव कार्य शुरू नहीं हो पाया है। विशेषज्ञों ने आशंका जताई है कि यदि मिट्टी का कटाव जारी रहा तो बांध पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो सकता है।
लुण्ड्रा विकासखंड के ग्राम पंचायत गेरसा में यह जलाशय
1988 में बना था। बताया जा रहा कि इस जलाशय में पानी लबालब हो चुका था। आज सुबह बांध का एक साइड टूट गया जिसके कारण हजारों लीटर पानी बांध के नीचे 40 एकड़ से ज्यादा में लगे फसल को नुकसान पहुंचाने की आशंका है।