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दोनों नन 8 तक न्यायिक रिमांड पर
29-Jul-2025 5:32 PM
 दोनों नन 8 तक न्यायिक रिमांड पर

नारायणपुर की लड़कियों को बहला-फुसलाकर ले जाने की कोशिश का मामला
 

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता 
 रायपुर, 29 जुलाई।
नारायणपुर की लड़कियों को धर्म परिवर्तन कर नन की ट्रेनिंग देकर नौकरी का प्रलोभन देने के मामले में गिरफ्तारी दोनों नन को अदालत में पेश किया गया, जहां उन्हें 8 अगस्त तक न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है।

रेलवे पुलिस ने बताया कि भिलाई निवासी रवि निगम  द्वारा जीआरपी चौकी दुर्ग (रेल्वे थाना भिलाई के अंतर्गत) आवेदन पत्र प्रस्तुत कर सूचना दी गई, कि बस्तर क्षेत्र के तीन लड़कियों को उनके क्षेत्र से बहला फुसलाकर धर्म परिवर्तन एंव मानव तस्करी कर दुर्ग रेल्वे स्टेशन से 2 ईसाई नन प्रीति मैरी एवं वंदना फ्रांसिस को सुपूर्द कर आगरा भेजा जा रहा है। 

प्रकरण में थाना भिलाई, शासकीय रेल पुलिस के अपराध धारा 143 बीएनएस एवं धारा 4 छ.ग. धर्म स्वतंत्रय अधिनियम 1968 का अपराध प्रीति मैरी, वंदना फ्रासिस एवं सुखमत मंडावी के विरूद्ध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। विवेचना में पीडि़ता लड़कियों के कथन दर्ज कर संदिग्धों से पूछताछ की गई व आवश्यक जप्ती आदि किए गए।

विवेचना में प्रथम दृष्टया आरोपीगण द्वारा पीडि़त लड़कियों को धर्म परिवर्तन करने पर अस्पताल में नर्स की ट्रेनिंग देकर नौकरी लगाने के प्रलोभन की बात सामने आयी है। आरोपीगण स्थानीय पंचायत आदि के भी कोई कागजात प्रस्तुत नहीं कर पाए। आरोपीगण के मध्य घटना  के अंतर्गत वित्तीय लेनदेन की भी जानकारी प्राप्त हुई है। प्रकरण में आरोपीगण प्रीति मैरी, वंदना फ्रांसिस, और सुखमत मंडावी की गिरफ्तारी की गई व न्यायालय पेश किया गयाए न्यायालय के आदेश से 8 अगस्त 2025 तक न्यायिक रिमाण्ड में भेजा गया।

प्रकरण में एक टीम को विवचेना हेतु नारायणपुर भेजा गया है। प्रकरण में विवेचना सतत जारी है व विधि सम्मत साक्ष्य संकलन की कार्यवाही की जा रही है।

 

एफआईआर का पर्याप्त आधार-विजय शर्मा 
दुर्ग में नन की गिरफ्तारी से केरल प्रदेश भाजपा में भी हलचल बढ़ गई है। केरल के भाजपा महामंत्री  एंटनी ने सीएम विष्णुदेव साय और डिप्टी सीएम गृह विजय शर्मा से मुलाकात की। 

मीडिया से चर्चा में डिप्टी सीएम शर्मा ने कहा कि जीआरपी ने लड़कियों के बयान के आधार पर एफआईआर हुआ है। एफआईआर के लिए रेलवे पुलिस के पास पर्याप्त आधार है। पहले भी अबूझमाड़ की लड़कियों को ले जाया गया था। यह जांच का विषय है। 

जबरन धर्म परिवर्तन के आरोप का खंडन भी
इंडिया टुडे टीवी से चर्चा में परिवार को सदस्यों ने जबरन धर्म परिवर्तन के आरोप का खंडन किया है। महिलाओं की एक बड़ी बहन ने कहा कि हमारे माता पिता अब जीवित नहीं है। मैंने अपनी बहन को ननो के साथ भेजा था ताकि वह आगरा में नर्सिंग की नौकरी कर सके। मैंने पहले उनके साथ काम किया था। यह अवसर उसे आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगा। 


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