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नयी दिल्ली, 29 जुलाई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को राज्यसभा में कहा कि पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले और उसके बाद भारत द्वारा चलाये गये ऑपरेशन सिंदूर के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच कोई बातचीत नहीं हुई।
रक्षा मंत्री ने उच्च सदन में नेता प्रतिपक्ष की एक टिप्पणी के बाद चर्चा में हस्तक्षेप करते हुए यह बात कही। नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सदन में ‘‘पहलगाम में आतंकवादी हमले के जवाब में भारत के मजबूत, सफल एवं निर्णायक ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर विशेष चर्चा’’ में भाग लेते हुए कहा कि रक्षा मंत्री को प्रधानमंत्री से यह पूछना चाहिए कि राष्ट्रपति ट्रंप ने ऑपरेशन सिंदूर को रुकवाने के लिए मध्यस्थता करने का जो दावा कर रहे हैं, उसका वह खंडन क्यों नहीं कर रहे?
इसके जवाब में रक्षा मंत्री ने चर्चा में हस्तक्षेप करते हुए कहा, ‘‘हमारे विदेश मंत्री (एस जयशंकर) ने कल लोकसभा में स्पष्ट कर दिया था कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान और जब पहलगाम की घटना हुई तब से लेकर आज तक हमारे प्रधानमंत्री की (अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड) ट्रंप के साथ कोई बातचीत नहीं हुई है। यह बात सारे देश को स्पष्ट कर दी गयी है।’’
उन्होंने कहा कि वह इस बात को फिर दोहराना चाहते हैं कि किसी के दबाव में ऑपरेशन सिंदूर स्थगित नहीं किया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘ऑपरेशन सिंदूर यदि स्थगित किया गया है तो ऐसा पाकिस्तान के डीजीएमओ (सैन्य अभियान महानिदेशक) और पाकिस्तान के राजनीतिक नेतृत्व के कहने पर हुआ है। पाकिस्तान के डीजीएमओ ने अनुरोध किया था कि आप (भारत) ऑपरेशन को रोकिए। समाप्त करिए।’’
सिंह ने स्पष्ट किया कि ऑपरेशन सिंदूर समाप्त नहीं किया गया है, स्थगित किया गया है।
जम्मू कश्मीर के पहलगाम इलाके में 22 अप्रैल को आतंकवादियों ने 26 निर्दोष नागरिकों की निर्ममतापूर्वक हत्या कर दी थी। इसके जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया था।
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप कई बार यह दावा कर चुके हैं कि भारत और पाकिस्तान के बीच उन्होंने व्यापार समझौते के नाम पर समझौता करवाया था। (भाषा)