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छत्तीसगढ़ की अस्मिता को पूंजीपतियों के हाथों बेचने की कोशिश के खिलाफ- डॉ. महंत
23-Jul-2025 12:36 PM
छत्तीसगढ़ की अस्मिता को पूंजीपतियों के हाथों बेचने की कोशिश के खिलाफ- डॉ. महंत

अडाणी को कोल ब्लॉक देने व चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी के खिलाफ की कांग्रेस ने नाकेबंदी

'छत्तीसगढ़' संवाददाता

बिलासपुर, 23 जुलाई। पेंड्रीडीह फ्लाईओवर के पास मंगलवार को कांग्रेस ने 'छत्तीसगढ़ महतारी की अस्मिता बचाओ' के नारे के साथ प्रदर्शन किया। शहर और ग्रामीण कांग्रेस कमेटियों ने दोपहर 12 से 2 बजे तक लीलैंड शोरूम के सामने आर्थिक नाकाबंदी कर आवागमन रोक दिया। इस विरोध प्रदर्शन में नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत समेत तमाम विधायक, पूर्व मंत्री और संगठन के पदाधिकारी शामिल हुए।

प्रदर्शनकारियों ने हाथों में तख्तियां लेकर ईडी, केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि यह लड़ाई सिर्फ कांग्रेस और भाजपा के बीच की नहीं है, यह छत्तीसगढ़ की अस्मिता और हक की लड़ाई है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकारें प्रदेश की खनिज संपदा को अडानी जैसे उद्योगपतियों के हवाले कर रही हैं।

महंत ने कहा कि छत्तीसगढ़ लिथियम, यूरेनियम, हीरा, टीन और बॉक्साइट जैसे कीमती खनिजों से भरपूर है, लेकिन इन संसाधनों का दोहन अंधाधुंध किया जा रहा है। पहले हसदेव अरण्य का जंगल उजाड़ा गया, अब तमनार का जंगल निशाने पर है। विरोध करने वालों पर ईडी और सीबीआई की कार्रवाई की जा रही है।

केंद्र सरकार पर सीधा हमला करते हुए उन्होंने कहा कि एक दिन पहले की दो घटनाएं – उपराष्ट्रपति का दबाव में इस्तीफा और ईडी के दुरुपयोग पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी, बताती हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक तानाशाही रवैया अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जिस खतरे की बार-बार बात करते रहे हैं, वही अब देश के सामने साफ दिख रहा है।

कोटा विधायक और प्रदर्शन के प्रभारी अटल श्रीवास्तव ने कहा कि जब विष्णुदेव साय को मुख्यमंत्री बनाया गया, तब उम्मीद थी कि आदिवासी समाज का भला होगा, लेकिन अब वही समाज सबसे ज्यादा परेशान है। उन्होंने आरोप लगाया कि आदिवासी संस्कृति, जंगल और अधिकारों पर लगातार हमला हो रहा है। भूपेश बघेल सरकार में एक भी पेड़ नहीं काटा गया था, लेकिन भाजपा के सत्ता में आते ही रातों-रात जंगल काटना शुरू कर दिया गया।

श्रीवास्तव ने कहा कि अगर ईडी निष्पक्ष होती, तो 2014 से अब तक हजारों केसों में केवल 63 लोगों को दोषी नहीं ठहराया जाता। उन्होंने कहा कि ईडी उन्हीं मामलों में कार्रवाई करती है, जहां प्रधानमंत्री कार्यालय से इशारा होता है। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा को जो हजारों करोड़ रुपये का चंदा मिला, उसकी भी जांच होनी चाहिए।

 

 

शहर अध्यक्ष विजय पांडेय ने कहा कि कांग्रेस जल, जंगल, जमीन और आदिवासी अस्मिता की रक्षा के लिए किसी भी हद तक संघर्ष करेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल, देवेंद्र यादव, कवासी लखमा जैसे नेताओं को फंसाने की कोशिश एक गहरी साजिश है। पांडेय ने पूछा कि पनामा पेपर में नाम आने के बावजूद भाजपा सांसद अभिषेक सिंह पर कोई ईडी कार्रवाई क्यों नहीं हुई? प्रियदर्शिनी बैंक और सीवरेज घोटाले पर चुप्पी क्यों?

मस्तूरी विधायक दिलीप लहरिया ने कहा कि भाजपा ने लोकतंत्र को कमजोर करने का बीड़ा उठा लिया है। ईडी और सीबीआई अब विपक्ष को दबाने का हथियार बन गई हैं। उन्होंने भाजपा की संपत्ति पर भी सवाल उठाए कि पार्टी को इतने महंगे दफ्तर और फंड कहां से मिल रहे हैं?

प्रदर्शन के दौरान शहर और ग्रामीण कांग्रेस कमेटियों से सैकड़ों कार्यकर्ता पहुंचे। अटल श्रीवास्तव, दिलीप लहरिया, रश्मि आशीष सिंह, शैलेष पांडेय, सियाराम कौशिक, रामशरण यादव, राजेंद्र शुक्ला, प्रमोद नायक, रविंद्र सिंह, शेख नजीरुद्दीन, महेंद्र गंगोत्री, आत्मजीत मक्कड़, नसीम खान, ऋषि पांडेय, शिल्पी तिवारी, संतोषी बघेल, प्रियंका यादव समेत कई पदाधिकारी मौजूद रहे। सभा का संचालन महेश दुबे ने किया और आभार प्रदर्शन जावेद मेमन ने जताया।


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