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'छत्तीसगढ़' संवाददाता
रायपुर, 15 जुलाई । मानसून सत्र के दूसरे दिन प्रश्नकाल मेंस्पीकर डॉ रमन सिंह ने कांग्रेस के देवेन्द्र यादव और सभी सदस्यों को मर्यादा में रहने की हिदायत दी। उस वक्त भाजपा के धरम लाल कौशिक के प्रश्न पर चर्चा चल रही थी। वे राज्य जल स्वच्छता मिशन के तहत काम करने वाली का नियम विरुद्ध ठेका प्राप्त करने के मामले की जांच के लिए बने हाई पावर कमेटी के अनुशंसा पर प्रश्न कर रहे थे।
कौशिक ने आरोप लगाया कि जांच कमेटी कीअनुशंसा के अनुसार नहीं हुई कार्रवाई । कौशिक ने विभाग की कार्य प्रणाली और दंडात्मक कार्यवाही न होने को लेकर पीएचई मंत्री अरुण साव को घेरा। इसी दौरान कांग्रेस के
देवेंद्र यादव ने भुगतान को लेकर मंत्री के एक पुराने उत्तर को उद्धृत करते हुए कई कंपनियां को भुगतान करने की जानकारी दी।इस पर भाजपा के अजय चंद्राकर ने देवेन्द्र के हस्तक्षेप पर आपत्ति की। तो देवेन्द्र तैश में आकर चंद्राकर का व्यक्तिगत तरीके से विरोध किया और इस दौरान उनका लहजा आपत्तिजनक रहा।
इस पर भाजपा की ओर से राजेश मूणत और अन्य विधायकों ने जमकर विरोध किया। सदन में जमकर हंगामा देखने को मिला। दोनों पक्षों में नारेबाजी भी की। सबको शांत करने के बाद अध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने फटकार लगाई। डा सिंह ने अपनी व्यवस्था में कहा कि यह विधानसभा है सड़क नहीं। अपनी बात मर्यादा में रहकर रखने के तरीका होना चाहिए। ऐसे लहजे में। विधानसभा में बात करना अच्छा नहीं है प्रदेश की जनता देख रही है।इस विधानसभा ने कई मानदंड स्थापित किए हैं,रजत जयंती वर्ष में कहीं नया मानदंड न पेश हो। डा सिंह ने सभी सदस्यों से कहा कि सीधे आपस में बात न कर आसंदी को संबोधित किया जाए।आसंदी की मर्यादा का ध्यान करने को कहा । और चंद्राकर और देवेंद्र यादव के बीच हुई बहस के अमर्यादित यदि अंश विलोपित किया।