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मंत्री बोले-कांग्रेस कार्यकाल के अधूरे काम ही पूरा करने में समय लगा
पक्ष-विपक्ष के बीच जमकर शोरगुल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 15 जुलाई। मानसून सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को सदन में नल जल योजना (जेजेएम) के नलों से भ्रष्टाचार की बौछार हुई। इस पर डिप्टी सीएम पीएचई अरूण साव जमकर घेरे गए। उन पर बाजीगरी कर अफसरों और एजेंसियों को बचाने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस विधायकों ने पहले नारेबाजी की और फिर सदन से बहिर्गमन कर दिया।
प्रश्नकाल में कांग्रेस विधायक और पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने पिछले 3 सालों में कितनी राशि जल जीवन मिशन के लिए खर्च की गई है और कितने घरों के लोगों को सुविधा मिली इस पर जानकारी मांगी थी। उन्होंने कहा कि 22-23 और 23-24 के अपेक्षा में 24-25 की तुलना में बहुत कम काम किया है, इसका कारण क्या है। 31 लाख में ही पहुंचा जबकि लक्ष्य से बहुत कम है इसके कारण क्या है?
मंत्री साव ने अपने जवाब में कहा कि, अब तक 15 हजार 45 करोड़ 45 प्रतिशत का खर्च हुआ है। योजना 2024 में पूरा हुआ था। हमारी सरकार बनाने के बाद लोगों को पानी पहुंचने के दिशा में काम कर रहे है। 31 लाख घरों में पानी नल से पहुंचाया था। कांग्रेस सरकार 2 साल लेट से काम शुरू किया इसलिए पिछले काम भी करने पड़े। भूपेश बघेल ने पूछा, कि जिलों में राशि कम क्यों हुई और राशि कम आई इसके बारे में बताया ही नहीं।
पीएचई मंत्री साव ने कहा, केंद्र सरकार के पोर्टल में 36 लाख घर में पानी आया दिखाया गया, जबकि परीक्षण में 21 लाख घरों में ही पानी पाया गया।15 लाख घरों में सिर्फ नल कनेक्शन कर दिया गया और पानी नहीं दिया गया।इसलिए ये परिस्थित बनी हैं। उन्होंने बताया कि हमारी सरकार बनने के बाद 12316 से अधिक नलकूप खोदकर पानी दे रहे। 3836 गांवों में नल जल योजनाएं चल रही है। इस तरह से 29 हजार योजनाओं में से 5017 योजनाओं में पानी में आ रहा है। अभी भी काम चल रहा है। शेष 19656 गांवों के 49 लाख से अधिक घरों में देना है।
भूपेश बघेल ने कहा कि वर्ष 22-23, 23-24 में हमारी सरकार ने 9500 करोड़ से अधिक की राशि देकर कनेक्शन दिए थे। आपकी डबल इंजन सरकार आने पर मात्र 35 सौ करोड़ खर्च किया गया। इतना कम क्यों, और कई जिलों में काम हुआ ही नहीें। डिप्टी सीएम साव ने कहा जिलों की अलग-अलग परिस्थितियां होती है। सभी जिलों में सामान काम हो संभव नहीं। कांग्रेस सरकार ने काम समय पर शुरू नहीं किया था इसलिए देरी हुई, जबकि योजना वर्ष-24 में खत्म हो जानी थी।
इस पर कांग्रेस के द्वारिकाधीश यादव, देवेन्द्र यादव, संगीता सिन्हा ने शोर मचाया कहा कि धरातल में कुछ नहीं है। एक नल कनेक्शन बता दें जिसमें पानी आ रहा हो। यह कहते हुए कांग्रेस विधायक नारेबाजी करने लगे। इस पर स्पीकर डॉ. रमन सिंह ने शोर गुल मचाने से मना करते हुए कहा कि भूपेश बघेल सक्षम है शोर न मचाएं।
नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने पूछा आपकी सरकार ने मात्र 7 प्रतिशत काम किया है। जबकि डबल और चौबल इंजन की सरकार कारण बताएं। मंत्री अरूण साव ने कहा कि हम अभी तक आपसी सरकार के छोड़े गए 15 लाख कनेक्शन का अंतर पाट रहे हैं। इस पर कांग्रेस के विधायकों ने फिर हंगामा किया। तो भाजपा की ओर से भी जमकर विरोध शुरू हुआ। शोरगुल शांत होने पर भूपेश बघेल ने मंत्री पर गैरजिम्मेदारना जवाब देने, और योजना को फेल बताते हुए सदन से बर्हिगमन की घोषणा कर दी।