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साल 2021 में नक्सलियों को पहुंचा खासा नुकसान, ढाई सौ से अधिक समाज की मुख्यधारा में भी लौटे
05-Jan-2022 2:17 PM
साल 2021 में नक्सलियों को पहुंचा खासा नुकसान, ढाई सौ से अधिक समाज की मुख्यधारा में भी लौटे

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 5 जनवरी।
जिले में माओवादियों की हिंसक गतिविधियों पर लगाम कसने में पुलिस को सन् 2021 में खासी सफलता मिली, जो बीते 6 वर्षों में सबसे ज्यादा कही जा सकती है।

दक्षिण बस्तर जिला दंतेवाड़ा पुलिस की ओर से तैयार रिपोर्ट में बताया गया है कि सन् 2021 में कुल 254 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया, जिनमें 30 महिलाएं थी। किसी एक साल में यह सर्वाधिक है। इनमें एक नक्सली 8 लाख रुपए, 7 नक्सली 5 लाख रुपए, चार 3 लाख रुपए, पांच 2 लाख रुपए और 40 नक्सली एक लाख रुपए के इनामी थे। इनामी नक्सलियों में 9 महिलाएं भी शामिल थीं, जिन्होंने आत्मसमर्पण किया। पिछले साल सन् 2020 में भी 245 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था, जिनमें 65 पर इनाम घोषित किया गया था। हालांकि इसके पहले के वर्षों में आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों की संख्या बहुत कम थी। सन् 2016 में 14, सन् 2017 में 15, सन् 2018 में 10 और सन् 2019 में 67 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था।

बीते साल 2021 में 74 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया था, जिनमें 28 इनामी थे। इन गिरफ्तार नक्सलियों में चार महिलाएं भी थीं। एक नक्सली पर आठ लाख रुपए का इनाम था जबकि 27 अन्य नक्सलियों पर भी पांच लाख से लेकर एक लाख रुपए तक इनाम घोषित किया गया था।

दंतेवाड़ा पुलिस ने 2021 में 19 नक्सलियों को मार गिराया जिनमें 6 महिलाएं थी। मारे गए नक्सलियों में 13 इनामी थे और इनमें 5 महिलाएं थी।  इन पर पांच लाख से लेकर एक लाख तक इनाम था।
यह संख्या सन 2016 से वर्ष 2020 तक गिरफ्तार मारे गए और आत्मसमर्पित नक्सलियों से कहीं अधिक हैं।
दंतेवाड़ा के पुलिस अधीक्षक डॉ अभिषेक पल्लव का कहना है कि लगातार दबाव बनने के कारण बहुत से नक्सली या तो गिरफ्तार कर लिए गए हैं या मारे गए हैं, जिनमें इनामी नक्सली भी बड़ी संख्या में हैं। इसके अलावा लगातार चलाए जा रहे लोन वोराटू यानी घर वापसी के कारण नक्सली लगातार समाज की मुख्यधारा में वापस लौट रहे हैं।

 


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