कोण्डागांव

पुलिस स्मृति दिवस परेड, शहीद जवानों को दी श्रद्धांजलि
21-Oct-2024 10:53 PM
 पुलिस स्मृति दिवस परेड, शहीद जवानों को दी श्रद्धांजलि

शहीद जवानों के परिजनों की समस्याओं से कलेक्टर-एसपी हुए रूबरू, किया सम्मानित

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

कोंडागांव, 21 अक्टूबर। पुलिस लाईन कोण्डागांव में पुलिस स्मृति दिवस परेड का आयोजन किया गया। कोण्डागांव पुलिस द्वारा शहीद पुलिस जवानों को श्रद्धांजलि दी गई। कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक शहीद जवानों के परिजनों की समस्याओं से  रूबरू हुए। शहीद जवानों के परिजनों को श्रीफल एवं साल से सम्मानित किया गया।

कोण्डागांव पुलिस द्वारा प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष रक्षित केन्द्र कोण्डागांव में शहीद स्मारक के समीप शहीद परेड का आयोजन कर शहीद पुलिस कर्मियों को श्रद्धांजलि दी गई तथा उनकी बहादुरी को याद किया गया तथा 01.09.2023 .से 31.08.2024 तक कर्तव्य पर शहीद हुए पुलिस अधिकारी/कर्मचारियों के नामावली का वाचन किया गया। इसके बाद शहीद स्मारक को सलामी दी गई एवं परेड कमाण्डर द्वारा  शोक शस्त्र कराकर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी गई।

शहीद स्मृति कार्यक्रम 2024 में शहीद जवानों के परिजनों को कलेक्टर कुणाल दुतावत, पुलिस अधीक्षक अधीक्षक कोण्डागांव वाय अक्षय कुमार द्वारा श्रीफल देकर सम्मानित किया तथा शहीद पुलिस कर्मियों के परिजनों की समस्याओं से रूबरू हुए तथा उनकी समस्याओं  को हर सम्भव दूर करने का आश्वासन दिये।

इस अवसर पर कलेक्टर कोण्डागांव कुणाल दुतावत, पुलिस अधीक्षक  वाय अक्षय कुमार, सीआरपीएफ188 कोण्डागांव 2आईसी अभिज्ञान कुमार आईटीबीपी 41 कोण्डागांव कमाण्डेट  बीसी सरकार तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कोण्डागांव, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नक्सल ऑप्स कोण्डागांव, सभी राजपत्रित अधिकारी जिला पुलिस कोण्डागांव, भूतपूर्व सैनिक के पदाधिकारी एवं सदस्यगण तथा शहीद जवानों के परिजन एवं कोण्डागांव पुलिस के कर्मचारी सम्मलित हुए।

ज्ञात हो कि आज से 55 वर्ष पहले 21 अक्टूबर 1959 को तिब्बत में चीन के साथ भारत की 2500 मील लंबी सीमा की सुरक्षा की जिम्मेदारी भारत के पुलिसकर्मियों की तीन बटालियन पर थी। पहले दो बटालियन अपनी गस्त पूरी करके वापस आ गए लेकिन तीसरी बटालियन गस्त से वापस नहीं लौटी। उत्तर-पूर्वी लद्दाख के हॉट स्प्रिंग्स इलाके में तैनात इन पुलिस कर्मियों की टुकड़ी पर चीनी सेना ने घात लगाकर हमला कर दिया। इसमें हमारे 10 जवान शहीद हो गए वहीं 7 जवान घायल हो गए।

इस घटना के 23 दिनों बाद 13 नवंबर 1959 को चीनी सेना ने उन जवानों के शव भारत को वापस किये। मरणोपरांत वीरता के लिए अशोक चक्र से सम्मानित किया गया। पुलिस कर्मियों के बलिदान और देश के लिए किये गए योगदान को देखते हुए जनवरी 1960 में पुलिस महानिरीक्षकों के वार्षिक सम्मेलन में 21 अक्टूबर को हर साल पुलिस दिवस के रूप में मनाये जाने का निर्णय लिया गया। इस दिन को पुलिस बल के साथ राज्य पुलिस, केंद्रीय सुरक्षा बल एवं अर्धसैनिक बल इस दिन को एक साथ मिलकर मनाते हैं।


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