कांकेर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
चारामा, 23 जुलाई। कांकेर जिले के विभिन्न ब्लॉकों में वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम चलाया जा रहा है। समर्पित संस्था के परामर्शदाताओं द्वारा यह कार्यक्रम खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में किया जा रहा है, ताकि ग्रामीणों को वित्तीय मामलों की सही जानकारी मिल सके।
इस कार्यक्रम के तहत ग्रामीणों को बचत, बजट बनाना, फर्जीवाड़े (फ्रॉड) से बचाव और बैंकों से जुडऩे के फायदे जैसी महत्वपूर्ण जानकारियां दी जा रही हैं। ग्रामीणों को समझाया जा रहा है कि वे कैसे छोटी-छोटी बचत से भविष्य के लिए धन इक_ा कर सकते हैं, जरूरत के हिसाब से सही बजट बना सकते हैं और किसी भी तरह के ऑनलाइन या ऑफलाइन वित्तीय धोखाधड़ी से कैसे बच सकते हैं।
समर्पित संस्था के परामर्शदाता गांव-गांव जाकर लोगों को इन विषयों पर जागरूक कर रहे हैं। कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीणों को वित्तीय रूप से मजबूत बनाना है, ताकि वे समझदारी से अपनी आय और खर्च का प्रबंधन कर सकें।
कांकेर जिले के कई ब्लॉकों में यह कार्यक्रम एक साथ चल रहा है। चारामा ब्लॉक में यह कार्य सुस्मिता सिन्हा, कांकेर ब्लॉक में पंकज यदु और कोयलीबेडा ब्लॉक में यशवंती यादव के मार्गदर्शन में किया जा रहा है। ये परामर्शदाता गांवों में जाकर लोगों को सरल भाषा में वित्तीय नियमों की जानकारी दे रहे हैं।
परामर्शदाताओं का कहना है कि ग्रामीणों को बैंकों से जोडऩा इस अभियान का मुख्य लक्ष्य है।
जो लोग अभी भी बैंकिंग सेवाओं से दूर हैं, उन्हें खाता खुलवाने, डिजिटल भुगतान की सुविधा और सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
गांव के लोग भी इस कार्यक्रम में बढ़-चढक़र हिस्सा ले रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि उन्हें पहले बचत और बजट की सही जानकारी नहीं थी, लेकिन अब उन्हें समझ आ रहा है कि सही योजना बनाकर कैसे भविष्य को सुरक्षित किया जा सकता है।
समर्पित संस्था का यह प्रयास ग्रामीणों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो रहा है। आने वाले समय में और भी गांवों में इस तरह के वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग जागरूक होकर आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकें।