जशपुर
नाली निर्माण होता तो तालाब की मेड़ नहीं टूटता-ग्रामीण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जशपुरनगर, 4 सितंबर। शनिवार की शाम मुख्यालय में मूसलाधार बारिश हुई, घंटों की बारिश से तालाब का मेड़ टूटा, जिससे बस्ती के 52 घरों का आवागमन बाधित हो गया।
जशपुर जिले के मनोरा विकास खण्ड मुख्यालय के कुम्हारटोली बस्ती में शनिवार को भारी बारिश हुई। बारिश इतनी थी कि तालाब की मेड़ को बहाकर ले गया। अब मेड़ की टूटने से कई घर आवागमन के लिए बाधित हो गए। दरअसल कुम्हार बस्ती के लिए तालाब का मेड़ ही एक मात्र रास्ता था। इसी मेड़ से होकर बस्ती के लोगों का आना-जाना होता था।
कुम्हार बस्ती के लोगों ने जानकारी दी कि इस बस्ती में लगभग 52 घर हैं और कुम्हारटोली बस्ती के लिए तालाब की मेड़ ही एक मात्र रास्ता था। मेड़ के ही रास्ते से होकर अपने जरूरतों का समान लाना होता था। मेड़ से ही होकर स्कूली बच्चे पढ़ाई करने इसी मेड़ से होकर जाते थे और मेड़ से ही होकर पानी लाने के लिए बस्ती के लोग आना जाना लगा रहता हैं।
बस्ती के लोगों ने यह भी जानकारी दी कि अगर बस्ती में नाली निर्माण होता तो तालाब की मेड़ नहीं टूटता, अब मेड़ के ढहने से कुम्हार बस्ती के लोग डेढ़ किलोमीटर दूरी तय करना होगा।


