जशपुर

17 महीने में जशपुर के 16 हजार मरीजों को संजीवनी 108 एम्बुलेंस सेवा ने पहुंचाया अस्पताल
01-Jul-2022 7:12 PM
17 महीने में जशपुर के 16 हजार मरीजों को संजीवनी 108 एम्बुलेंस सेवा ने पहुंचाया अस्पताल

  हजारों की जान बचाने में मददगार हुई, नि:शुल्क मिला लाभ  

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जशपुरनगर, 1 जुलाई।
सडक़ हादसे में घायल मरीजों, बीमार व्यक्ति और सर्पदंश से घायल के साथ ही अन्य किसी शारीरिक समस्याओं से पीडि़त मरीजों को नि:शुल्क नजदीकी अस्पताल पहुंचाने में सरकार की संजीवनी 108 एम्बुलेंस सेवा का खास सहयोग लोगों को मिल रहा है। फोन से 108 डायल करते ही चंद मिनटों में घटना स्थल और लोगों के घरों तक पहुंचकर मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाने में 108 एम्बुलेंस सेवा के कर्मचारी भी निष्ठा के साथ मेहनत कर रहे हैं। यही वजह है कि बीते 17 महीने में जशपुर जिले में 16 हजार मरीजों को नजदीकी अस्पताल पहुंचाकर जान बचाने का प्रयास किया गया है। त्वरित सेवा मिलने की वजह से संंजीवनी एम्बुलेंस 108 की सेवा पर लोगोंं का भरोसा पहले से और अधिक बढ़ गया है। समय पर एम्बुलेंस मिल जाने से गंभीर रूप से घायल मरीजों की भी जान बचाने में मदद मिल रही है।

सडक़ हादसे के 1953 मरीज
108 एम्बुलेंस सेवा के जिला प्रभारी शिवसंत कुमार ने बताया कि वर्ष 2021 के जनवरी से मई 2022 तक जिले में 108 एम्बुलेंस की मदद से सडक़ हादसे में घायल 1953 केस में मरीजों को नजदीकी अस्पताल में पहुंचाकर उन्हें त्वरित इलाज दिलाने में मदद की गई है। सडक़ हादसे में समय पर अस्पताल पहुंचना सबसे अधिक आवश्यक होता है।

1108 गर्भवती को सेवा
एम्बुलेंस 108 सेवा की मदद से जिले में 17 महीने में कुल 1108 गर्भवती मरीजों को नजदीकी अस्पताल पहुंचाने की त्वरित सेवा दी गई है। गर्भवती महिलओं को अस्पताल पहुंचाने को लेकर दिक्कतें आए दिन जिले के पहाड़ी क्षेत्रों से आती रहती थी, जिसे संजीवनी 108 एम्बुलेंस के आ जाने के बाद से दूर होने लगी है। हालांकि कुछ पहुंचविहीन क्षेत्रों में दिक्कतें अब भी बनी हुई है, जिसे सडक़ निर्माण के साथ ही दूर किया जा सकता है।

जहर सेवन के 499 मरीज
अलग-अलग कारणों से जहर का सेवन कर लेने वाले जिले के 499 मरीजों को बीते 17 महीने में नजदीक स्वास्थ्य केंद्रों तक पहुंचाया गया है। अवसाद और घरेलू विवाद की वजहों से जहर का सेवन करने वाले मरीजों को भी त्वरित सेवा देकर उनकी जान बचाने में 108 सेवा की ओर से बड़ी मदद पहुंचाई गई है।

आत्महत्या के 17 मरीज
सडक़ हादसे में घायल मरीज, गर्भवती महिलाएं और जहर का सेवन कर बीमार होने वाले मरीजों के साथ ही फांसी लगाकर आत्महत्या करने वाले 17 मरीजों को भी नजदीक अस्पताल पहुंचाकर जीवन बचाने की प्रयास किया गया है।

शिवसंत, जिला प्रभारी 108 एम्बुलेंस का कहना है कि जय अम्बे कंपनी की ओर से 108 संजीवनी एम्बुलेंस का सफल संचालन किया जा रहा है। हमारी कोशिश है कि हम मरीजों को बेहतर सेवा दे सकें।


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