जशपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पत्थलगांव, 9 दिसंबर। वन परिक्षेत्र कांसाबेल में वन विभाग के द्वारा आवर्ती चराई(गोठान) विकास क्षेत्र लमडांड़ में गोबर से विभिन्न प्रकार के उत्पाद निर्मितकरने हेतु स्व-सहायता समूह के महिलाओं को प्रशिक्षण दिया गया है। इसके अंतर्गत डिजायनर दिया, सबरानी कप, धूपबत्ती, धूपबत्ती स्टैंड,मोबाइल स्टैंड, मोमेंटो, शुभ लाभ, मूर्ति एवं घर के सजावट सामग्री का निर्माण किया जा रहा है।
इस प्रशिक्षण का आयोजन वन विभाग द्वारा किया गया, जिसमें स्वानंद गोविज्ञान केंद्र नागपुर से एक टीम आयी, जिन्होंने इस प्रशिक्षण को संपादित किया। इस प्रशिक्षण में कांसाबेल, पोंगरो, लमडांड़ की लगभग 30 महिलाओं ने प्रशिक्षण प्राप्त किया।
यह प्रशिक्षण 3 दिनों तक होना है। इस तरह के प्रयास से गोधन की उपयोगिता को बढ़ाते हुए महिलाओं को स्वरोजगार के लिए एक नयी उम्मीद की किरण दिखाई दे रही है। महिलाओं ने बढ़चढ़ कर इस प्रशिक्षण में अपनी भागीदारी दिखाई। आने वाले समय मे गोबर से बने इन उत्पादों को बड़े पैमाने में तैयार कर मार्केटिंग के माध्यम से महिलाओं को एक स्थायी आय उपलब्ध कराने का प्रयास भी वन विभाग द्वारा किया जाएगा।


