जशपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पत्थलगांव/जशपुर, 20 नवंबर। घर वापसी अभियान के राष्ट्रीय प्रमुख प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने आर्य सभा के तत्वाधान में हिन्दू धर्म छोडक़र ईसाई धर्म अपनाने वाले 3 सौ परिवार के लोगों के पैर धोकर घर वापसी कराने का दावा किया गया। प्रबल ने कहा कि कोरोना महामारी की बड़ी लड़ाई के 2 साल बाद एक बार फिर से घर वापसी का कार्यक्रम शुरू हो गया है।
छत्तीसगढ़ प्रांतीय आर्य प्रतिनिधि सभा एवं आर्य समाज खुटापानी के संयुक्त तत्वावधान में विश्वकल्याण महायज्ञ का आयोजन खुटापानी में किया गया, जिसमें आर्य समाज के कई जाने-माने संत मौजूद रहे जिन्होंने जनमानस को संबोधित करते हुए हिंदुत्व को मजबूत करने की अपील की।
इस आयोजन में बतौर मुख्य अतिथि घर वापसी अभियान के राष्ट्रीय प्रमुख स्व. दिलीप सिंह जूदेव के पुत्र प्रबल प्रताप सिंह जूदेव उपस्थित हुए और प्रदेश के अनेकों क्षेत्रों से आए 3 सौ परिवार के 1 हजार लोगों की पैर धोकर घर वापसी कराई। उन्होंने घर वापसी के पूर्व अपने उद्बोधन में सबसे पहले आतंकी हमले में शहीद रायगढ़ के माटी पुत्र शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी को श्रद्धांजलि दी।
प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने कहा कि जब तक प्रबल प्रताप सिंह जूदेव जिंदा है, अपनी जान पर खेलकर हिंदुओं की रक्षा करता रहेगा। कार्यक्रम में जूदेव परिवार के दत्तक पुत्र खुडिय़ा प्रदीप नारायण दीवान भी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के आयोजन आर्य प्रतिनिधि सभा के प्रधान छत्तीसगढ़ आचार्य अंशु देव आर्य ने कहा कि हमारे हिंदू धर्म के रक्षक, हिंदू कुल तिलक कुमार दिलीप सिंह जूदेव के पुत्र प्रबल प्रताप सिंह जूदेव के नेतृत्व में यह घर वापसी का कार्यक्रम अनवरत जारी रहेगा। आज यहां 3 सौ परिवार की घर वापसी हुई है और आने वाले 25 दिसंबर को पत्थलगांव के किलकिलेश्वर धाम किलकिला में हिंदू धर्म से भटके 1 हजार परिवारों की घर वापसी करवाने का लक्ष्य रखा गया है।


