जशपुर
पहली मंजिल से गिरा मरीज, पुलिस ने सूचना से किया इंकार
कम खाना देने और खुले में सुलाने की शिकायतें
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पत्थलगांव, 17 नवंबर। पत्थलगांव सिविल अस्पताल में चले दो दिवसीय मोतियाबिंद कैंप में भारी अव्यवस्था के आरोप लगे हैं। मरीजों को पतली दाल से लेकर कम खाना देने और बहुत ठंड होने के बाद भी खुले में सुलाने जैसी अनेकों शिकायतें सामने आ रही है। एक मरीज के पहली मंजिल से रात को गिरकर गंभीर रूप से घायल होने के बाद पत्थलगांव से रायगढ़ भेज दिया गया। वहीं पुलिस ने किसी भी मामले की सूचना से इंकार किया है।
बताया जा रहा है कि कोतबा वार्ड क्रमांक 1 निवासी रामरतन सिदार मोतियाबिंद का ऑपरेशन करवाने के लिए सिविल अस्पताल पत्थलगांव के मोतियाबिंद कैंप में पहुंचा था, जहां प्रबंधन ने अस्पताल की पहली मंजिल में खुले स्थान पर सोने के लिए जगह उपलब्ध करवाई थी। रामरतन पहली मंजिल से रात को गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे आनन-फानन में गंभीर स्थिति को देखते हुए पत्थलगांव से रायगढ़ भेज दिया गया।
सोशल मीडिया से लेकर उच्च अधिकारियों तक इन बातों को पहुंचाया, वहीं मरीजों को दी जाने वाली भोजन की गुणवत्ता को लेकर उच्चाधिकारियों से स्थानीय युवकों ने शिकायत की। इसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने आनन-फानन में मरीजों के लिए बेड की व्यवस्था कर मरीजों को सुलाया।
इस संबंध में ‘छत्तीसगढ़’ ने पत्थलगांव बीएमओ डॉ. जेम्स मिंज से बात की, तो उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति के गिरने का बात जरूर आई है किंतु उसे एहतियात के तौर पर रायगढ़ भेजा गया है, वहीं पत्थलगांव थाना प्रभारी राठिया से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि अस्पताल प्रबंधन द्वारा किसी भी प्रकार के मरीज गिरने की सूचना थाने में नहीं दी गई है।
‘छत्तीसगढ़’ ने जोनल डायरेक्टर पूनम सिसोदिया से नेत्र शिविर के मरीज के रात को गिरकर घायल होने एवं मरीजों को दी जाने वाली पतली दाल से लेकर कम खाना देने और बहुत ठंड होने के बाद भी खुले में सुलाने जैसी अनेकों शिकायत पर बात की तो उन्होंने कहा कि मुझ तक पत्थलगांव आई कैम्प के बारे में कई बातें सामने आई है। जिस पर जशपुर सीएमएचओ को जांच कर प्रतिवेदन देने की बात कही, साथ ही उन्होंने कहा कि जांच में लापरवाही की बात सामने आती है, तो निश्चित ही नियमत: कार्रवाई की जाएगी।


