जान्जगीर-चाम्पा

निजी जमीन पर जबरन बनाए मठ को हटाया तो पुलिस ने भेज दिया जेल
16-Jul-2025 7:18 PM
निजी जमीन पर जबरन बनाए मठ को हटाया तो पुलिस ने भेज दिया जेल

निषाद समाज ने की न्याय की मांग, आंदोलन की चेतावनी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

जांजगीर-चांपा, 16 जुलाई। पामगढ़ क्षेत्र के ग्राम पंचायत मेउ में निषाद समाज के एक व्यक्ति अमारू केवट की निजी जमीन पर कब्जा कर लिया गया। समाज का आरोप है कि जब अमारू ने विरोध किया तो उसको कब्जा करने वालों ने जेल भिजवा दिया।

छत्तीसगढ़ निषाद (केवट) समाज के प्रदेश संगठन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांजगीर-चांपा जिला संगठन के पदाधिकारियों को मौके पर भेजा। वहां ग्राम पंचायत के सरपंच और उप सरपंच की उपस्थिति में पीडि़त परिवार से मुलाकात कर स्थिति की जानकारी ली गई।

अमारू केवट ने बताया कि यह उनकी पट्टे की वैध जमीन है, जिस पर पंचू साहू ने जबरन मठ बनवा दिया था। जब अमारू ने उसे हटाया, तो उल्टा उन पर मुकदमा दर्ज करवा कर जेल भिजवा दिया गया। समाज ने आरोप लगाया कि पुलिस की भूमिका संदेहास्पद रही और असली दोषी को छोडक़र गरीब पट्टाधारी किसान को गिरफ्तार किया गया। निषाद समाज ने कहा कि राजस्व विभाग की देरी और ढिलाई के कारण अमारू केवट का परिवार मानसिक और आर्थिक परेशानी से गुजर रहा है। पीडि़त को अब तक न तो न्याय मिला है और न ही जमीन का सीमांकन किया गया है।

इस मुद्दे को लेकर निषाद समाज के जिला अध्यक्ष सूरज कैवर्त्य, महासचिव त्रिपति नाथ कैवर्त्य, संरक्षक अशोक कुमार कैवर्त्य, प्रवक्ता प्रकाश चंद्र केवट सहित कई पदाधिकारियों ने जिला प्रशासन से पुन: जांच कर असली आरोपी पर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने तहसील स्तर पर घेराव और जरूरत पड़ी तो जिला व प्रदेश स्तर पर आंदोलन की चेतावनी भी दी है।

समाज के प्रदेश महासचिव मनोहर लाल निषाद ने कहा कि यदि एक माह के भीतर अमारू केवट को उनकी जमीन वापस नहीं दिलाई गई, तो संगठन चरणबद्ध आंदोलन करेगा।


अन्य पोस्ट