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श्रीलंका में एक सौंदर्य प्रतियोगिता के दौरान मंच पर ही हंगामा मच गया और विजेता को सिर पर चोट लग गई.
मिसेज़ श्रीलंका नाम की इस प्रतियोगिता में पुष्पिका डी सिल्वा विजेता चुनी गईं. रविवार को हुए इस समारोह को श्रीलंका के सरकारी टीवी चैनल पर दिखाया जा रहा था.
मगर मंच पर मौजूद पिछली विजेता कैरोलाइन जूरी ने ये कहते हुए उनका ताज छीन लिया कि उन्हें ये ख़िताब नहीं दिया जा सकता क्योंकि वो तलाकशुदा हैं. इस घटना का वीडियो काफ़ी शेयर किया जा रहा है.
कैरोलाइन ने दर्शकों से कहा, ''प्रतियोगिता का एक नियम है जो उन महिलाओं को रोकता है जो तलाकशुदा हैं, इसलिए मैं ये ताज दूसरे नंबर की प्रतियोगी को दे रही हूं.''
ये कहते हुए उन्होंने डी सिल्वा के सिर से ताज उतारा और पास में खड़ी दूसरे नंबर की प्रतियोगी को पहना दिया. इस घटना के बाद डी सिल्वा रोते हुए मंच से चली गईं.
उन्होंने आयोजकों को बाद में बताया कि वो तलाकशुदा नहीं हैं बल्कि पति से अलग रह रही हैं.
इस घटना के दो दिन बाद आयोजकों ने उन्हें ये ख़िताब वापस कर दिया और माफ़ी माँगी.
पुष्पिका डी सिल्वा ने एक फ़ेसबुक पोस्ट में ये भी बताया कि इस घटना के बाद सिर की चोटों के इलाज के लिए अस्पताल गई थीं.
उन्होंने साथ ही लिखा है कि वो अपने साथ हुए "अनुचित और अपमानजनक" व्यवहार के ख़िलाफ़ कानूनी रास्ता अपनाएंगी.
डी सिल्वा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी किया और उन्हें मिले ताज को सिंगल मदर्स यानी ऐसी महिलाओं को समर्पित किया जो बिना पति के अपने बच्चों का लालन-पालन कर रही हैं.
उन्होंने कहा, "आज श्रीलंका में मेरे जैसे बहुत सारी सिंगल माएं हैं जो पीड़ित हैं. यह जीत उन महिलाओं, उन सिंगल माओं को समर्पित है, जो अपने बच्चों को अकेले पालने के बदले ये सब झेल रही हैं. "
मिसेज श्रीलंका वर्ल्ड के राष्ट्रीय निदेशक, चंडीमल जयसिंघे ने बीबीसी को बताया कि मंगलवार को श्रीमती डी सिल्वा को ताज लौटा दिया गया.
उन्होंने कहा, '' कैरोलाइन जूरी ने मंच पर जो व्यवहार किया वह अपमानजनक था और हमने इस मामले की जांच शुरू कर दी है."
पुलिस ने कैरोलाइन जूरी से पूछताछ भी की है.
"मिसेज श्रीलंका वर्ल्ड" श्रीलंका की एक प्रमुख प्रतियोगिता है. इस साल प्रतियोगिता के समारोह में आए अतिथियों में श्रीलंका के प्रधानमंत्री की पत्नी भी शामिल थीं. (bbc.com)