अंतरराष्ट्रीय

सैन फ्रांसिस्को, 25 मार्च | उइगर समुदाय के समाजिक कार्यकर्ताओं, पत्रकारों को निशाना बनाने और सोशल मीडिया पर अभद्र टिप्पणियां करने वाले चीनी हैकर्स पर फेसबुक ने कार्रवाई की है। फेसबुक के विशेषज्ञों ने 'अर्थ एम्प्युजा' और 'एविल आइ' के माध्यमों से इन हैकर्स के कार्य करने का पता लगाया जो इंटरनेट के माध्यम से लोगों के खातों को हैक करते थे। इन पर अब लगाम कसी गई है।
जांच में पाया गया कि इस हैकिग की एंड्रॉयड टूलिंग के पीछे बीजिंग बेस्ट युनाइटेड लिमिटेड और डालियान 9रश लिमिटेड के लोगों का हाथ है।
बुधवार को फेसबुक के सुरक्षा नीति प्रमुख ने बताया कि इन हैकर्स ने उइगरों के साथ-साथ तुर्की, कजाकिस्तान, अमेरिका, सीरिया, आस्ट्रेलिया, कनाडा और अन्य देशों में कार्य कर रहे पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को अपना निशाना बनाया है।
यह साइबर क्राइम का पता तब चला, जब मैलवेयर के लिक भेजने के बजाय गलत और अभद्र बेवसाइटों के लिंक भेजे गए।
फेसबुक ने बताया कि यह काम पहले धीमा रहा, मगर अब हम इन कंपनियों पर कार्रवाई करेंगे।
इन हैकर्स ने भड़काऊ वेबसाइटें बनाईं और यह उइगर समाचार साइटों जैसे दिखने वाले डोमेन का प्रयोग करते थे।
हैकर्स को कई बार कानूनी वेबसाइटों से समझौता करते देखा गया। इसमें हैकर्स ने वाटरिंग होल अटैक का प्रयोग किया। इन्हें कई बार इन वेबसाइटों पर देखा गया।
इन हैकर्स ने फर्जी वेबसाइटों के माध्यम से पत्रकारों और मानवधिकारों के वकीलों को निशाना बनाया और उन्हें गलत वेबसाइेटों के लिंक भेजे।
फेसबुक ने यह पाया कि यह हैकर्स थर्ड पार्टी एंड्रॉयड स्टोर एप्लीकेशन की नकल कर लोगों को निशाना बनाते हैं। (आईएएनएस)