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महामारी से बेहाल अमेरिका 'भगवान भरोसे'
19-Jan-2021 8:39 PM
महामारी से बेहाल अमेरिका 'भगवान भरोसे'

अमेरिका में चर्च आजकल बहुत से लोगों के लिए चर्च में जाकर प्रार्थना करना संभव नहीं है


अमेरिका में बाइबल के बारे में एक कैथोलिक पादरी का पॉडकास्ट पिछले दिनों डाउनलोड के मामले में सबसे ऊपर रहा. महामारी के कारण चर्च में जाकर प्रार्थना करना संभव नहीं है, तो ऐसे में कई लोग पॉडकास्ट का सहारा ले रहे हैं.

     (dw.com)

"द बाइबिल इन ए ईयर" नाम के पॉडकास्ट को चंद दिनों के भीतर चालीस लाख बार डाउनलोड किया गया है. इस पॉडकास्ट के पीछे एक करिश्माई पादरी माइक श्मिट्स की आवाज है. हर दिन आने वाले इस पॉडकास्ट में कुल 365 एपिसोड शामिल होंगे. श्मिट्स अपने इस पॉडकास्ट में हर दिन बाइबिल पढ़ते हैं और उस पर चर्चा करते हैं.

कैथोलिक सामग्री को प्रकाशित और प्रसारित करने वाली कंपनी एसेंशन की प्रवक्ता का कहना है कि एक जनवरी को लाइव होने के 48 घंटों के भीतर "द बाइबिल इन ए ईयर" अमेरिका के डाउनलोड्स में सबसे ऊपर पहुंच गया. इसी कंपनी ने यह पॉडकास्ट तैयार किया है.

प्रवक्ता लॉरैन जॉयस ने पॉडकास्ट के बारे में कहा, "हम समझते हैं कि यह एक भूख को पूरा कर रहा है." यही वजह है कि इसने द न्यूयॉर्क टाइम्स के न्यूज शो "द डेली" को पीछे छोड़ दिया है. फादर श्मिट्स को पिछले साल वसंत में उस वक्त इस पॉडकास्ट का आइडिया आया, जब अमेरिका कोविड-19 की पहली लहर से जूझ रहा था.

चिंता और डर
अमेरिका दुनिया भर में कोरोना महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित देश है. अब तक वहां संक्रमण के 2.4 करोड़ मामलों के साथ लगभग चार लाख मौतें हो चुकी हैं. अब भी वहां हर दिन एक से दो लाख कोरोना के नए मामले सामने आ रहे हैं. कोरोना के टीकाकरण अभियान के बावजूद लोगों में चिंता और डर है. 
जॉयस पॉडकास्ट की कामयाबी का कारण महामारी से पैदा स्थिति को मानती हैं. साथ ही पूजास्थलों की क्षमता सीमित होना भी इसकी एक वजह हो सकती है. वह कहती हैं कि खासकर इन दिनों बहुत से बुजुर्ग लोग संक्रमण के डर से चर्च नहीं जा पा रहे हैं.

जॉयस कहती हैं कि यह पॉडकास्ट उन लोगों को ध्यान में भी रखकर तैयार किया गया है जिनकी बाइबिल में दिलचस्पी है लेकिन अब तक वे ओल्ड और न्यू टेस्टामेंट "से डरे हुए रहते थे." धार्मिक पॉडकास्ट कोई नई चीज नहीं है. लेकिन अब तक उनकी मांग सिर्फ एक सीमित वर्ग तक ही रही है. लेकिन महामारी ने बहुत सी चीजें बदली हैं. "द बाइबिल इन ए ईयर" को मिली कामयाबी को भी इसी बदलाव का हिस्सा कहा जा सकता है.
एके/आईबी (एएफपी)


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