अंतरराष्ट्रीय
-लौरा गोज़ी
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन युद्ध को ख़त्म करने के लिए मुख्य शर्तों को दोहराया है.
उन्होंने कहा कि रूस तभी हथियार डालेगा जब यूक्रेन अपनी सेना उन इलाक़ों से हटा ले, जिन पर रूस दावा करता है.
पुतिन लंबे समय से उन यूक्रेनी इलाक़ों की क़ानूनी मान्यता की मांग करते रहे हैं, जिन्हें रूस ने बलपूर्वक हथिया लिया है.
इनमें 2014 में कब्ज़ा किया गया क्राइमिया और पूर्वी डोनबास क्षेत्र शामिल है, जिसका ज़्यादातर हिस्सा अब रूस के नियंत्रण में है.
यूक्रेन लगातार डोनबास को छोड़ने से इनकार करता रहा है.
पुतिन के भाषण के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने कहा कि रूस ने युद्ध को वास्तव में ख़त्म करने के प्रयासों को 'नज़रअंदाज़' किया है.
पत्रकारों से कीर्गिस्तान की यात्रा के दौरान बात करते हुए पुतिन ने आरोप लगाया कि यूक्रेन 'आख़िरी यूक्रेनी तक लड़ने' की इच्छा रखता है. उन्होंने कहा कि रूस भी 'सिद्धांत रूप में' इसके लिए तैयार है.
इससे पहले रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध ख़त्म करने को लेकर ज़ेलेंस्की ने कहा था कि पीस डील पर अमेरिका के साथ 'सहमति' बन गई है.
पिछले सप्ताह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से 28 बिंदुओं वाले एक पीस प्लान का प्रस्ताव दिया गया था जिस पर पिछले सप्ताहांत जिनेवा में चर्चा हुई और इसे 'अपडेट' किया गया था.
वहीं पुतिन ने इस बात की पुष्टि की है कि अमेरिकी विशेष दूत स्टीव विटकॉफ़ सहित एक अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल अगले हफ़्ते की शुरुआत में रूस पहुंचने वाला है.(bbc.com/hindi)


