अंतरराष्ट्रीय
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से ग़ज़ा प्लान पास होने पर विश्व को बधाई देते हुए इसे एक 'ऐतिहासिक पल' बताया है.
ट्रंप ने कहा, "संयुक्त राष्ट्र के इतिहास में यह सबसे बड़ी स्वीकृतियों में से एक होगा. इससे दुनियाभर में शांति बढ़ेगी. यह सचमुच एक ऐतिहासिक पल है."
उन्होंने संयुक्त राष्ट्र, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सभी सदस्य देशों और उन देशों का भी धन्यवाद किया, जो कमिटी में शामिल नहीं थे लेकिन इस प्रस्ताव का मज़बूत से समर्थन कर रहे थे.
ऐसे देशों में क़तर, मिस्र, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), सऊदी अरब, इंडोनेशिया, तुर्की और जॉर्डन शामिल हैं.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने ट्रंप के 20-सूत्रीय ग़ज़ा प्लान से जुड़े प्रस्ताव के समर्थन में वोट किया है. इस योजना में तहत एक इंटरनेशनल स्टैबलाइजेशन फ़ोर्स (आईएसएफ़) के गठन का प्रावधान है.
इस प्रस्ताव के मुताबिक़, आईएसएफ़ इसराइल और मिस्र के साथ मिलकर काम करेगी. यह फ़लस्तीनी पुलिस फ़ोर्स के साथ मिलकर सीमावर्ती इलाक़ों की सुरक्षा में मदद करेगी और हमास सहित अन्य सशस्त्र समूहों को स्थायी तौर पर डिसआर्म करने में मदद करेगी.
हमास ने अमेरिका के इस प्रस्ताव को ख़ारिज किया है. उसका कहना है कि यह फ़लस्तीनियों के अधिकारों और मांगों को पूरा नहीं करता है. (bbc.com/hindi)


