अंतरराष्ट्रीय
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख़ हसीना पर 'मानवता के ख़िलाफ़ अपराधों' के मामले में अदालत सोमवार को अपना फ़ैसला सुनाएगी.
बीबीसी बांग्ला सेवा के मुताबिक़, ट्राइब्यूनल के रजिस्ट्री कार्यालय ने जानकारी दी है कि अदालत अपना फ़ैसला सुबह 11 बजे सुनाएगी.
अभियोजन पक्ष ने शेख़ हसीना और असदुज्जमां ख़ान कमाल के ख़िलाफ़ अधिकतम सज़ा यानी सज़ा-ए-मौत की मांग की है.
इस बीच, सुप्रीम कोर्ट ने सेना मुख्यालय को पत्र लिखकर फ़ैसले से पहले ट्राइब्यूनल में सुरक्षा कड़ी करने के लिए सेना की तैनाती का अनुरोध किया है.
शेख़ हसीना और तीन अन्य अभियुक्तों के मामले में फ़ैसला सुनाते वक़्त इसका लाइव प्रसारण होगा. बांग्लादेश टेलीविज़न (बीटीवी) इसका लाइव प्रसारण करेगी.
पिछले साल सरकार विरोधी प्रदर्शनों के दौरान बांग्लादेश में कई हिंसक घटनाएं हुईं. उस वक्त की प्रधानमंत्री शेख़ हसीना पर आरोप लगे कि मानवता के ख़िलाफ़ हुए इन अपराधों में उनका हाथ है.
इस आंदोलन की वजह से शेख़ हसीना को सत्ता गंवानी पड़ी थी और उन्हें देश छोड़कर भागना पड़ा था. तब से वह भारत में रह रही हैं. (bbc.com/hindi)


