अंतरराष्ट्रीय
इसराइल ने सोमवार को ग्रेटा थनबर्ग और 170 अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं को वापस भेज दिया है. इन्हें ग़ज़ा में राहत सामग्री ले जाते समुद्र में नावों से हिरासत में लिया गया था.
इन नावों में कुल 470 लोग सवार थे.
वापस भेजे जा चुके कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इसराइली हिरासत के दौरान ख़राब बर्ताव का दावा किया है. हालांकि, इसराइल के विदेश मंत्रालय ने इन लोगों पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया है.
इसराइल के विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में ग़ज़ा तक पहुंचने की कोशिश को एक पीआर स्टंट करार दिया है.
यह दूसरी बार है, जब ग्रेटा की समुद्री रास्ते से ग़ज़ा पहुंचने की कोशिश को असफ़ल करते हुए इसराइल ने उन्हें वापस लौटा दिया है.
ग्रेटा के अलावा वापस भेजे गए 170 लोगों में ग्रीस, इटली, फ़्रांस, आयरलैंड, पोलैंड, जर्मनी, बुल्गारिया, लिथुआनिया, ऑस्ट्रिया, लक्ज़मबर्ग, फ़िनलैंड और डेनमार्क जैसे देशों के नागरिक हैं. (bbc.com/hindi)


