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ग्रैंड ब्लैंक टाउनशिप, 29 सितंबर। मिशिगन में रविवार को ‘चर्च ऑफ जीसस क्राइस्ट ऑफ लैटर-डे सेंट्स चैपल’ में सैकड़ों लोगों की मौजूदगी में आयोजित प्रार्थना सभा में एक ट्रक सवार बंदूकधारी ने गोलीबारी की और इमारत को आग लगा दी, जिससे कम से कम चार लोगों की मौत हो गई और आठ लोग घायल हो गए। अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने संदिग्ध को गोली मार दी।
पुलिस प्रमुख विलियम रेने ने संवाददाताओं को बताया कि हमला सुबह करीब साढ़े दस बजे हुआ। बंदूकधारी ट्रक से उतरा और उसने गोलीबारी शुरू कर दी, ट्रक में दो अमेरिकी झंडे लगे थे।
अल्कोहल, तंबाकू, आग्नेयास्त्र एवं विस्फोटक ब्यूरो के सदस्य जेम्स डायर ने बताया कि उसने आग लगाने के लिए गैस का प्रयोग किया था तथा उसके पास विस्फोटक उपकरण भी थे लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि उसने उनका प्रयोग किया या नहीं।
अधिकारियों ने हमलावर की पहचान पड़ोसी कस्बे बर्टन के थॉमस जैकब सैनफोर्ड (40) के रूप में की है।
संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) के प्रभारी विशेष एजेंट रूबेन कोलमैन ने बताया कि एफबीआई इस मामले की जांच कर रही है और इसे ‘‘लक्षित हिंसा की घटना’’ माना जा रहा है।
रेने ने बताया कि 911 पर कॉल आने पर अधिकारी 30 सेकंड के अंदर गिरजाघर पहुंच गए और लगभग आठ मिनट बाद हमलावर को मार गिराया। रेने ने बताया कि संदिग्ध के गिरजाघर से निकलने के बाद, दो अधिकारियों ने उसका पीछा किया और उस पर गोलियां चलाईं।
रेने ने बताया कि हमले के दौरान गिरजाघर के अंदर मौजूद लोग ‘‘बच्चों को बचा रहे थे और उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचा रहे थे।’’
घटना के बाद गिरजाघर से घंटों तक आग की लपटें उठती रहीं और धुआं निकलता रहा। रेने ने बताया कि अधिकारियों को मलबे से दो शव मिले।
उन्होंने कहा कि अधिकारी अभी पूरे गिरजाघर में तलाश नहीं कर पाए हैं हो सकता है कि मलबे में और भी लोग हों। घायलों में से एक की हालत रविवार शाम तक गंभीर बनी रही और बाकी सात की हालत स्थिर है।
मिशिगन स्टेट पुलिस के लेफ्टिनेंट किम वेटर ने बताया कि सैनफोर्ड को गोली मारे जाने के बाद इलाके के अन्य गिरजाघर में भी बम विस्फोट की धमकियां दी गईं हालांकि वहां तलाश में कोई बम नहीं मिला। उन्होंने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। (एपी)


