अंतरराष्ट्रीय

-ग्रेम बेकर
हमास संचालित सिविल डिफ़ेंस एजेंसी का कहना है कि ग़ज़ा पर इसराइल ने ज़ोरदार हवाई हमले किए हैं.
वहीं दूसरी ओर इसराइली सेना ग़ज़ा पर कब्ज़ा करने की तैयारी कर रही है.
सिविल डिफेंस एजेंसी के प्रवक्ता महमूद बासल ने बताया कि ज़ैतून और सबरा के रिहायशी इलाक़ों में तीन दिनों तक बम और ड्रोन हमले हुए, जिसके कारण 'आम लोगों के घरों को बहुत ज़्यादा नुक़सान' हुआ है.
उधर, ब्रिटेन, यूरोपीय संघ, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और जापान ने एक बयान जारी कर कहा कि "हमारी आंखों के सामने अकाल पैदा हो रहा है."
साथ ही उन्होंने ग़ज़ा में भुखमरी को रोकने के लिए क़दम उठाने की अपील की.
उन्होंने ग़ज़ा में राहत सामग्री की एंट्री के लिए "तत्काल, स्थायी और ठोस कदम" उठाने की मांग की है.
दूसरी तरफ़ इसराइल का कहना है कि ग़ज़ा में भुखमरी नहीं है.
7 अक्तूबर 2023 को हमास ने इसराइल पर हमला किया था, जिसमें 1,200 से ज़्यादा लोगों की जान गई और 251 लोगों को हमास ने बंधक बना लिया था.
इस हमले के जवाब में ग़ज़ा में इसराइल की कार्रवाई में अब तक कम से कम 61 हज़ार से ज़्यादा फ़लस्तीनी मारे गए हैं.
ग़ज़ा में मौतों का यह आंकड़ा हमास संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय का है, जिसे संयुक्त राष्ट्र भरोसेमंद मानता है.(bbc.com/hindi)