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एएफ़पी कर्मचारी संघ ने कहा, 'ग़ज़ा में भूख से मर रहे हैं पत्रकार'
23-Jul-2025 9:49 AM
एएफ़पी कर्मचारी संघ ने कहा, 'ग़ज़ा में भूख से मर रहे हैं पत्रकार'

फ्रांस स्थित अंतर्राष्ट्रीय समाचार एजेंसी, 'एजेंसी फ्रांस प्रेस' (एएफ़पी) के पत्रकार संघ का कहना है कि, "यदि तत्काल हस्तक्षेप नहीं किया गया तो ग़ज़ा में मौजूद पत्रकार भूख से मर जाएंगे."

इसके साथ ही पत्रकार संघ ने चेताया है कि उसके सहयोगियों के सामने भुखमरी का संकट है.

फ्रेंच में जारी किए गए एक पत्र में पत्रकार संघ ने लिखा है​ कि समाचार एजेंसी इस इलाके में फ्रीलांसर पत्रकारों के साथ काम कर रही है और "हम उन्हें मरते हुए नहीं देखना चाहते हैं."

इस पत्र में ​लिखा गया है कि, "स्वतंत्र पत्रकार अभाव में जी रहे हैं. भोजन, पानी और स्वच्छता की कमी के बीच घटनाओं की रिपोर्टिंग करने के लिए अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं."

एएफ़पी प्रबंधन ने कहा कि, 'वह महीनों से इस स्थिति को असहाय रूप से देख रहा है. यह स्थिति उनके अदम्य साहस के बावजूद असहनीय है.'

एएफ़पी ने कहा है कि उसने जनवरी से अप्रैल 2024 के बीच ग़ज़ा से अपने आठ कर्मचारियों और उनके परिवारों को निकाल लिया था और अब वह फ्रीलांस कर्मचारियों के लिए भी यही कदम उठा रही है.

हालांकि सख्त नाकेबंदी के बीच यह बहुत ही मुश्किल है.

एएफपी ने इसराइली अधिकारियों से फ्रीलांस पत्रकारों को वहां से निकलने की अनुमति देने का आग्रह किया है.

गौरतलब है कि इसराइल बीबीसी सहित अंतरराष्ट्रीय पत्रकारों को ग़ज़ा में स्वतंत्र रूप से रिपोर्टिंग करने के लिए प्रवेश की अनुमति नहीं देता है. (bbc.com/hindi)


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