अंतरराष्ट्रीय

अमेरिका ने 'द रेज़िस्टेंस फ़्रंट' (टीआरएफ) को 'विदेशी आतंकवादी संगठन' घोषित किया है.
अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर इसकी जानकारी दी.
बयान में अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा, "लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के फ़्रंट टीआरएफ ने पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए हमले की ज़िम्मेदारी ली थी. इसमें 26 नागरिकों की मौत हुई."
"यह 2008 के मुंबई हमलों के बाद भारत में नागरिकों पर हुआ सबसे घातक हमला था, जिसे लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) ने अंजाम दिया था. टीआरएफ ने भी भारतीय सुरक्षा बलों पर कई हमलों की जिम्मेदारी ली है, जिनमें सबसे हालिया हमला 2024 में हुआ."
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने सात मई को एक प्रेस ब्रीफ़िंग के दौरान टीआरएफ़ को पहलगाम हमले का ज़िम्मेदार ठहराया था.
मिसरी ने कहा, "खुद को द रेजिस्टेंस फ़्रंट (टीआरएफ़) कहने वाले एक ग्रुप ने हमले की ज़िम्मेदारी ली है. यह समूह संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित पाकिस्तानी आतंकवादी ग्रुप लश्कर-ए-तैयबा का मुखौटा है." (bbc.com/hindi)