अंतरराष्ट्रीय

अमेरिका और इसराइल समर्थित हेल्प ग्रुप के प्रमुख ने मदद मांगने वाले फ़लस्तीनियों की हत्या और घायल होने की घटनाओं के बाद अपने काम का बचाव किया है.
ग़ज़ा ह्यूमैनिटेरियन फ़ाउंडेशन (जीएचएफ) के प्रमुख जॉनी मूर ने बीबीसी वर्ल्ड सर्विस के न्यूज़आवर को बताया कि वह राहत केंद्रों के पास मौतों से इनकार नहीं कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि जीएचएफ़ के राहत केंद्रों के नज़दीक सभी घटनाओं के लिए उन्हें ज़िम्मेदार ठहराया जा रहा है, "ये सच नहीं है."
जॉनी मूर ने संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों पर ऐसी जानकारी फैलाने का आरोप लगाया, जिसकी वे पुष्टि नहीं कर सकते हैं.
जीएचएफ़ सहायता प्रणाली की संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों ने निंदा की है. शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इसे असुरक्षित क़रार दिया.
वहीं हमास संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि जब से जीएचएफ़ ने राहत सामग्री बांटने का ज़िम्मा संभाला है तब से मदद हासिल करने की कोशिश में 500 से अधिक फ़लस्तीनियों की मौत हुई है.
हमास संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि मदद हासिल करने की कोशिश में चार हज़ार से ज़्यादा फ़लस्तीनी घायल भी हुए हैं.
जीएचएफ़ ने ग़ज़ा में अपना ऑपरेशन मई के अंत में शुरू किया था. जीएचएफ़ के ऑपरेशन संभालने के कुछ दिन बाद ही एक जून और तीन जून को अलग-अलग घटनाओं में कई फ़लस्तीनियों की मौत हुई. (bbc.com/hindi)