अंतरराष्ट्रीय

संयुक्त राष्ट्र का अनुमान है कि पिछले साल बांग्लादेश में सरकार के ख़िलाफ़ हुए प्रदर्शनों में 1400 से ज़्यादा लोग मारे गए हैं, जिसमें ज़्यादातर लोग सुरक्षाबलों के हाथों मारे गए हैं.
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार जांचकर्ताओं ने शेख़ हसीना की अपदस्थ सरकार पर क्रूर जवाबी कार्रवाई का आरोप लगाया है और चेतावनी दी है कि यह "मानवता के ख़िलाफ़ अपराध" हो सकता है.
संयुक्त राष्ट्र को एक दस्तावेज मिला है जिसके मुताबिक, "एक आधिकारिक नीति मिली है, जिसमें सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों पर हमला करने और हिंसक दमन करने की योजना थी, जो सत्ता को बनाए रखने की नीयत से व्यापक विरोध का सामना करने के लिए बनाई गई थी."
शेख' हसीना 15 साल से बांग्लादेश की सत्ता पर काबिज थीं, सत्ता गंवाने के बाद शेख़ हसीना एक सैन्य विमान से दिल्ली पहुंची थीं.
बांग्लादेश में पिछले साल छात्रों और आम लोगों ने आंदोलन कर तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख़ हसीना को पद छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया था. इस घटना को 6 महीने से अधिक बीत चुके हैं. (bbc.com/hindi)