अंतरराष्ट्रीय

सीरियाई सरकार के ख़िलाफ़ विद्रोही गुट तेज़ी से आगे बढ़ रहे हैं. इस बीच रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोफ़ ने विद्रोही गुटों को 'आतंकवादी' बताया है.
शनिवार को रूस, ईरान और तुर्की के विदेश मंत्रियों की एक बैठक कतर में हुई थी. सर्गेई लावरोफ़ का बयान इस बैठक के बाद आया है.
उन्होंने कहा, "हयात तहरीर अल-शाम ने इदलिब के इलाक़े के आगे बढ़कर दूसरे हिस्सों पर कब्ज़ा कर लिया है. हमा का कब्ज़ा और होम्स पर कब्ज़े की कोशिश की उनकी पहले से सुनियोजित योजना थी. ये ज़मीन पर स्थितियों को बदलने की कोशिश है."
"हम हर तरीके से इसका विरोध करेंगे और वैध सीरियाई प्रशासन का समर्थन करेंगे. हम चाहते हैं कि सरकार और वैध विपक्ष के बीच बातचीत शुरू की जाए."
उन्होंने कहा, "हम सीरिया की संप्रभुता और इसकी एकता का सम्मान करते हैं. हम अपील करते हैं कि यहां हिंसा तुरंत ख़त्म हो."
दरअसल रूस ने ही एक दशक पहले राष्ट्रपति बशर अल-असद का साथ दिया था और वो इस कारण सत्ता में बने रहे. लेकिन पिछले हफ्ते विद्रोही गुटों के हमले के बाद वो ऐसी सैन्य सहायता नहीं कर पाया.
विद्रोही गुट अब तक हमा, देरा के अधिकांश हिस्सों और सीरिया के तीसरे सबसे बड़े शहर होम्स पर कब्ज़ा कर चुके हैं. वो अब दमिश्क की तरफ बढ़ रहे हैं. (bbc.com/hindi)