अंतरराष्ट्रीय
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यूक्रेन में शनिवार को एक रूसी पत्रकार की मौत और तीन अन्य के घायल होने के बाद दोनों देशों के बीच आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गया है.
रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि पत्रकार की मौत यूक्रेन की ओर से क्लस्टर बम के ज़रिए किए गए हमले में हुई है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार एक अन्य मामले में जर्मन ब्रॉडकास्टर डॉयचे वेले ने कहा है कि एक रूसी हमले में यूक्रेन के अंदर उनके एक पत्रकार घायल हुए हैं. इस हमले में एक यूक्रेनी सैनिक की भी जान गई है. पत्रकार की जान अब ख़तरे से बाहर है.
इसी महीने यूक्रेन को अमेरिका से क्लस्टर बम की खेप मिली थी, जिसके बाद से ही ये चर्चा में है.
क्लस्टर हथियार बेहद खतरनाक होते हैं. ये लंबे समय तक बिना फटे पड़े रहते हैं. इन्हें नागरिकों के लिए बेहद खतरनाक माना जाता है, इसलिए दुनिया के 100 से अधिक देशों में इस पर प्रतिबंध हैं.
हालांकि, समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने ये भी स्पष्ट किया है कि शनिवार को हुए हमले में क्लस्टर हथियारों के इस्तेमाल की फिलहाल पुष्टि नहीं की जा सकती. लेकिन यूक्रेन और रूस दोनों युद्ध की शुरुआत से क्लस्टर बम का इस्तेमाल कर रहे हैं.
हमले में मारे गए रूसी पत्रकार की पहचान रोस्तिस्लव झुरावलेव के तौर पर हुई है. वह सरकारी समाचार एजेंसी आरआईए के वॉर कॉरेसपॉन्डेंट के तौर पर काम कर रहे थे. उनके तीन सहयोगियों को यूक्रेन के दक्षिण-पूर्व ज़पॉरज़िया इलाके से हो रहे हमलों के बीच से सुरक्षित निकाला गया है.
रूस के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़खरोवा ने इस हमले की निंदा करते हुए इसे यूक्रेन का "आपराधिक आतंक" बताया है. उन्होंने कहा कि ये हमला यूक्रेन ने जानबूझकर किया, हालांकि इसे साबित करने के लिए कोई सबूत उन्होंने नहीं दिए.
ज़खरोवा ने कहा, "रूसी पत्रकार के ख़िलाफ़ क्रूर प्रतिशोध के लिए ज़िम्मेदार लोगों को सज़ा भुगतनी होगी. ये ज़िम्मेदारी उन्हें भी भुगतनी होगी जिन्होंने कीएव को क्लस्टर हथियारों की आपूर्ति की थी."
यूक्रेन ने अभी तक इस मामले में कोई टिप्पणी नहीं की है. (bbc.com/hindi)