अंतरराष्ट्रीय

उत्तर कोरिया के शीर्ष नेता किम जोंग-उन की बहन किम यो-जोंग ने मंगलवार को चेतावनी दी है कि उनका देश अमेरिका और दक्षिण कोरिया के ख़िलाफ़ बहुत मज़बूत और त्वरित कार्रवाई करने के लिए तैयार है.
ये बयान अमेरिका के परमाणु सक्षम बी-52 बॉम्बर को उड़ाने के एक दिन बाद आया है.
सोमवार को अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने संयुक्त अभ्यास के दौरान कोरियाई प्रायद्वीप के ऊपर बी-52 बॉम्बर उड़ाया था. दोनों देशों की सेनाएं भी इस महीने के आख़िर में अपने सबसे बड़े अभ्यास को फिर से शुरू करने की तैयारी कर रही हैं.
समाचार एजेंसी एपी के मुताबिक़ किम यो-जोंग ने अपने बयान में ये विस्तार से नहीं बताया कि उनका देश किस तरह की कार्रवाई कर सकता है.
हालांकि उत्तर कोरिया, अमेरिका और दक्षिण कोरिया के सैन्य अभ्यास के जवाब में अक्सर मिसाइलों का परीक्षण करता है, क्योंकि वह मानता है कि उसे इस तरह से सैन्य अभ्यास से डराया जा रहा है.
किम यो-जोंग ने बयान में कहा, "हम अमेरिकी सेना और दक्षिण कोरिया की कठपुतली सेना की चालों पर नज़र रखते हैं और हमेशा त्वरित और ज़बरदस्त जवाबी कार्रवाई करने के लिए तैयार रहते हैं."
उनका कहना है कि इस तरह के अभ्यास को नज़रअंदाज नहीं किया जा सकता है.
कौन हैं किम यो-जोंग
किम यो-जोंग उत्तर कोरिया के शीर्ष नेता किम जोंग-उन की इकलौती और छोटी बहन हैं.
1987 में पैदा हुईं यो-जोंग किम से चार साल छोटी हैं. दोनों ने साथ रहकर स्विट्ज़रलैंड के बर्न में पढ़ाई की थी.
यो-जोंग 2018 में तब चर्चा में आई थीं जब वो दक्षिण कोरिया जाने वाली किम वंश की पहली सदस्य बनी थीं. वो शीतकालीन ओलंपिक में जाने वाले प्रतिनिधिमंडल की सदस्य थीं. इस ओलंपिक में उत्तर और दक्षिण कोरिया संयुक्त टीम के रूप में मैदान में उतरे थे.
साथ ही उन्होंने अपने भाई के साथ अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के लिए काम किया है. इसमें दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ बैठक शामिल थे.