अंतरराष्ट्रीय
-जैक हॉरटन & एडम रॉबिन्सन & पॉल मेयर्स
क्या रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन फ़ोटो खिंचवाते वक्त अपने चारों ओर ऐक्टर्स खड़े कर लेते हैं?
सोशल मीडिया और न्यूज़ वेबसाइटों पर इस बात की लगातार चर्चा होती रही है कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने नए साल पर संबोधन के दौरान अपने इर्द-गिर्द अभिनेताओं और अभिनेत्रियों को खड़ा कर रखा था.
कहा जाता है कि पहले भी वह अपने संबोधन के दौरान ऐसा कर चुके हैं. लेकिन इसके सुबूत क्या हैं?
हमने इसकी सच्चाई जाने के लिए चेहरा पहचानने में इस्तेमाल होने वाले सॉफ़्टवेयर का सहारा लिया.
रूसी राष्ट्रपति पहले भी कुछ कार्यक्रमों में ऐसे लोगों से घिरे दिखे हैं, जो असली नहीं लगते.
बीबीसी की रूसी सेवा की 2020 की पड़ताल से पता चला कि उनके पहले के कुछ कार्यक्रमों के बारे में ये दावा किया जा रहा था कि रूसी राष्ट्रपति यूं ही चलते-चलते आम लोगों से बात कर रहे हैं. लेकिन इनमें ज़्यादातर लोग स्थानीय अधिकारी थे.
सुनहरे बालों वाली महिला
कई सोशल मीडिया पोस्ट के साथ ही 'द सन' और 'डेली मेल' ने कहा है कि पुतिन के कई इवेंट्स में सुनहरे बालों वाली एक महिला अलग-अलग रोल करती दिखाई पड़ती हैं. ये महिला 2016 में एक फ़िशिंग ट्रिप और 2017 में एक चर्च सर्विस में शामिल थी. दोनों में पुतिन ने हिस्सा लिया था.
एक यूक्रेनी न्यूज़ रिपोर्ट में कहा गया है कि ये महिला फ़ेडरल गार्ड्स सर्विस (FSO) की सदस्य हो सकती हैं. इस फ़ोर्स पर रूस के शीर्ष नेताओं की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी होती है.
हमने 2016 और 2017 में न्यू ईयर के दौरान पुतिन के साथ मौजूद महिला का चेहरा पहचानने के लिए फ़ेशियल रिकॉग्निशन सॉफ़्टवेयर की मदद ली. लेकिन मैचिंग रिज़ल्ट काफ़ी नीचे था. पहले इवेंट का 29 फ़ीसद और दूसरे का 28 फ़ीसद.
ब्रैडफ़र्ड यूनिवर्सिटी में सेंटर फ़ॉर विज़ुअल कंप्यूटिंग के डायरेक्टर प्रोफ़ेसर हसन उगैल बताते हैं, ''जब आप इस सॉफ़्टवेयर के ज़रिये चेहरा मिलाने की कोशिश करते हैं तो 75 फ़ीसद या इससे ज़्यादा का स्कोर होना चाहिए. तब कहा जा सकता है कि चेहरे असली हैं.''
इसके बाद, हमने 2016 और 2017 के इवेंट्स की तस्वीरों की तुलना की. इसका स्कोर 99.1 फ़ीसद था. ये इस बात के मज़बूत संकेत थे कि दोनों में एक ही महिला की तस्वीर है.
रूसी मीडिया में इस महिला की पहचान लारिसा सरगुखिना के तौर पर हुई है. जिन दोनों इवेंट्स में वो दिखी हैं वो नोवगोरोद इलाके में हुए थे. वो रीजनल पार्लियामेंट में यूनाइटेड रूसी पार्टी की सांसद हैं. ये पार्टी व्लादिमीर पुतिन की समर्थक है.
जब हमने 2016 में नाव पर ली गई तस्वीर को उनकी पार्टी की आधिकारिक वेबसाइट पर लगी तस्वीर से मिलाया तो यह 99.8 फ़ीसदी मिल गया. सरगुखिना का नाम नोवगोरोद में मछलियों का कारोब़ार करने वाली एक कंपनी की फ़ाउंडर के तौर पर लिस्ट में है.
जो महिला पुतिन के न्यू ईयर संबोधन में दिखी हैं, उन्हें रूसी मीडिया में अन्ना सर्जिवना सिदोरेंको बताया गया है. मिलिट्री डॉक्टर इस महिला को कैप्टन का रैंक हासिल है.
इस कार्यक्रम में ली गई उनकी तस्वीर को 'रशियन इनवेस्तिया' अख़बार की ओर से पोस्ट किए गए एक वीडियो से मिलाया गया. इसका मैचिंग स्कोर 99.5 फ़ीसदी था. उनका नाम भी यूक्रेनी इंटेलिजेंस सर्विसेज़ की ओर से प्रकाशित रूसी मिलिट्री रेजिमेंट के सदस्यों की सूची में शामिल है.
वे मछुआरे
फिर हमने उन तस्वीरों के बारे में पड़ताल की जिनमें मछुआरों की पोशाक पहने एक दल को पुतिन के साथ दिखाया गया था. ये तस्वीरें 2016 की थीं.
कहा जा रहा था कि इन तस्वीरों में जो पुरुष दिख रहे हैं वो 2017 में एक चर्च में सर्विस के दौरान मौजूद लोगों के तौर पर दिखाए गए हैं.
नाव और चर्च में मौजूद लोगों के चेहरों की पड़ताल के लिए जब इस सॉफ़्टवेयर का सहारा लिया गया तो सभी चारों लोगों के लिए मैचिंग स्कोर 99 फ़ीसदी पर पहुंच गया. इसलिए हमने उनकी पहचान जानने के लिए और पड़ताल की.
हमें पता चला कि ये सभी नोवगोरोद इलाके में काम कर रहे थे और इनमें से कम से कम तीन मछुआरे लग रहे हैं.
एलेक्सी लेशेंको (तस्वीर नं.1) पुतिन के साथ दिख रहे मछुआरा दल के नेता हैं. हमें ये उनके सोशल मीडिया अकाउंट से पता चला. इसके साथ ही इस दल का प्रोफ़ाइल भी इंटरनेट पर प्रकाशित किया गया था.
येवेगेनी लेशेंको (तस्वीर नं. 5) एलेक्सी के बेटे हैं. प्रोफ़ाइल में उन्हें भी इसी दल का सदस्य बताया गया है. एलेक्सी और येवेगेनी के सोशल मीडिया अकाउंट हैं, इससे इस बात की पुष्टि हो गई कि ये पिता-पुत्र हैं.
इसी प्रोफ़ाइल के मुताबिक़, यह दल एक बड़ी स्थानीय एग्रीकल्चरल कंपनी इवरोखिमसेरविस में शामिल है. कंपनी की डिप्टी डायरेक्टर लारिसा सरगुखिना (तस्वीर नं. 3 हैं ).
सर्गेई एलेक्ज़ेंदरोव (तस्वीर नं. 2) का ज़िक्र रूसी मीडिया में एक मछुआरे के तौर पर किया गया है. हमने उनकी सोशल मीडिया प्रोफ़ाइल देखी जिसमें वो एक नाव पर मछुआरों की पोशाक में दिख रहे हैं.
हमें तस्वीर नं. 4 में दिख रहे शख़्स का सोशल मीडिया प्रोफ़ाइल नहीं मिल सका. लेकिन हमें एक ऐसी तस्वीर मिली जो इससे मैच कर गई. इस पर किसी ने कॉमेंट किया था, ''पुतिन का साथ, ये कैसे हुआ? '' इस पर जवाब मिला, ''नोवोगोरोद में काम के दौरान वो कई बार पुतिन से मिले.''
ऑनलाइन पोस्ट की गई एक और तस्वीर में ये दावा किया गया कि ये दो मछुआरे पुतिन से मिले थे. उन्होंने खुद को स्तावरोपोल के किसान के तौर पर पेश किया है. लेकिन इन लोगों के चेहरों को दोनों मछुआरों के चेहरों के साथ मिलाया गया तो मैचिंग स्कोर आठ फ़ीसदी ही था.
आइसक्रीम बेचने वाली महिला
कई और उदाहरण हैं जब भूरे बालों वाली महिलाओं को पुतिन के कार्यक्रमों में संभावित एक्टर्स की तरह बताया गया है.
इनमें एक महिला की आइसक्रीम बेचती दो तस्वीरें शामिल हैं. ये दो तस्वीरें 2017 और 2019 की हैं. इनमें एक शो के दौरान एक महिला पुतिन को आइसक्रीम सर्व करती दिख रही है.
ये तस्वीरें बगल से ली गई हैं और इनका रेज़ोल्यूशन भी कम है. इस वजह से फ़ेशियल रिकॉग्निशन सॉफ़्टवेयर से इन्हें पहचानना मुश्किल हो रहा. इसलिए हम इस पर अपनी कोई राय नहीं दे रहे हैं.
लेकिन हमें 2019 में रूसी टेलीविजन पर प्रसारित एक इंटरव्यू मिला जिसमें एक महिला कह रही है कि ये वो वहीं हैं जिन्होंने दोनों मौकों पर पुतिन को आइसक्रीम सर्व की थी.
अगर दोनों तस्वीरों में एक ही महिला है तो ये कोई अचरज की बात नहीं है क्योंकि ये तस्वीरें दो साल पहले उसी एक शो की हैं जहां पुतिन गए थे.
लोगों का दावा है कि पुतिन को आइसक्रीम बेचने वाली महिला ने ख़ुद को एयरोफ़्लोट के स्टाफ़ का सदस्य बताते हुए तस्वीरें खिंचवाई हैं. लेकिन इस मामले में चेहरा पहचानने के लिए फ़ेशियल रिकॉग्निशन सॉफ़्टवेयर विश्वसनीय माध्यम नहीं बन पाया.
मई महीने का एक उदाहरण भी सामने आया है जब लोगों ने दावा कि पुतिन ने एक अस्पताल में एक दौरे के वक़्त जिस घायल सैनिक से मुलाकात की, उसकी तस्वीर पहले एक फ़ैक्ट्री में खिंची जा चुकी थी.
हालांकि जब आप दोनों के चेहरों को मिलाते हैं तो मैचिंग स्कोर सिर्फ़ 25 फ़ीसदी ही निकलता है. यानी दोनों चेहरों में समानता नहीं है. (bbc.com/hindi)


