गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा राजिम, 24 दिसंबर। साहित्य और संस्कृति को केंद्र में लेकर चलने वाली संस्था लोकमित्र शनिवार 27 दिसंबर को उर्दू के महान शायर मिर्जा ग़ालिब की जयंती मनाने जा रही है।
ग़ालिब हमारे नाम से यह आयोजन रायपुर के शांति नगर स्थित विमतारा भवन के कांफ्रेंस हॉल में शाम 5 बजे शुरू होगा। कार्यक्रम की जानकारी देते हुए संस्था की ओर से साहित्यकार आनंद बहादुर ने बताया कि मिर्जा ग़ालिब भारत की बहुलतावादी
संस्कृति के एक महत्वपूर्ण प्रतिनिधि हैं। उनकी शायरी में भारत के जन-जीवन की आत्मा प्रतिबिंबित होती है।
भारत के हर खास ओ आम के जीवन का हर पहलू ग़ालिब ने अपनी शायरी में विचार किया है। गालिब सिर्फ शायर ही नहीं, वे एक दार्शनिक हैं जिन्होंने मनुष्य,प्रकृति,आत्मा और परमात्मा के परस्पर संबंधों पर गहराई से विचार किया है। उनके विचार लोक मानस को उचित मार्ग दिखाने वाले हैं।
इस कार्यक्रम में विदूषी साधना रहटगांवकर, गायक निवेदिता शंकर और वसु गंधर्व मिजऱ्ा ग़ालिब की गज़़लों
का गायन करेंगे, जिनकी संगत जानेमाने तबलावादक अशोक कुर्म करेंगे, तथा छत्तीसगढ़ के महत्वपूर्ण कवि और शायर अपनी रचनाओं का पाठ प्रस्तुत करेंगे।


