गरियाबंद
नवापारा राजिम, 3 दिसंबर। हरिद्वार भारतीयों का प्रमुख तीर्थ स्थल है। चारों धाम एवं मसूरी, देहरादून, आदि पर्यटनस्थल हेतु आंध्रप्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश से लाखों की संख्या में यहां तथा शांतिकुंज ब्रम्हावर्चस तथा देव संस्कृति विश्वविद्यालय में चल रहे शिक्षा, साधना, स्वावलंबन, स्वास्थ्य,नारी जागरण,कुरीति उन्मूलन, नशा-निवारण तथा पर्यावरण संतुलन जैस सप्त आंदोलन के प्रशिक्षण हेतु शिविरों में हजारों की संख्या में पधारते रहते हैं।
उल्लेखनीय है कि अगामी वर्ष 2026 में अखिल विश्व गायत्री परिवार द्वारा अखंड ज्योति एवं परम वंदनीय माताजी की शताब्दी वर्ष पर्व पर एक विराट कार्यक्रम होने जा रहा है है। एवं वर्ष 2027 में अर्द्धकुंभ का आयोजन होना है। जिसमें लाखों की संख्या में लोग आएंगे।
इसके अतिरिक्त यहाँ अनेक और भी महत्वपूर्ण संस्थान यथा-परमार्थ आश्रम समन्वय ट्रस्ट,भारतमाता मंदिर,अखाड़ा परिषद,पतंजलि योगपीठ,गुरूकुल कांगडी,अंध मूक आश्रम, रामकृष्ण मिशन,आदि जैसे अंतर्राष्ट्रीय संस्थान तथा दक्ष प्रजापति मंदिर, हरकी पौड़ी, व अन्य अनेक धार्मिक आध्यात्मिक केंद्र है।जहाँ लाखों लोगों का नित्यआगमन आंध्रप्रदेश,ओडिशा,छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश,महाराष्ट्र उत्तर प्रदेश,से होता है। महोदय आपके द्वारा परिचालित ट्रेन नंबर 08743-08744 दुर्ग-हरिद्वार स्पेशल (दुर्ग-हरिद्वार-दुर्ग)को नियमित परिचालन से अनेको तीर्थ यात्रियों को लाभ मिलेगा। साथ ही रेल्वे को अतिरिक्त आय होगी। बहुत लम्बे समय से लम्बित मांग भी पुरी हो जावेगी। अत: आप से निवेदन है कि उपरोक्त ट्रेन को नियमित देव भूमि हरिद्वार तक परिचालन करने की कृपा करें। यही हम सभी तीर्थ यात्री आपसे मांग करते हैं।


