गरियाबंद

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 18 जनवरी। कृषि के क्षेत्र में छात्रों की रुचि बढ़ाने तथा कृषि से संबंधित नए वैज्ञानिक तकनीकों व क्रियाओं को समझने के लिए साथ ही विज्ञान के खोजों व उपलब्धियों को समझने हेतु नगर के सेठ फूलचंद अग्रवाल स्मृति महाविद्यालय में बीएड प्रथम सेमेस्टर के प्रशिक्षणार्थियों द्वारा इंदिरा गांधी कृषि विश्व विद्यालय तथा साइंस सेंटर रायपुर का भ्रमण सामुदायिक गतिविधि कार्यक्रम के तहत किया गया।
संस्था प्रमुख प्राचार्य डॉ शोभा गावरी, उपप्राचार्य मनोज मिश्रा की शुभकामनाओं के साथ शिक्षा संकाय के सामुदायिक गतिविधि कार्यक्रम प्रभारी सहायक प्राध्यापक नयना पहाडिय़ा, मार्गदर्शन एवं सहायक प्राध्यापक लोमश कुमार साहू, प्रीति शाह, डॉ सारिका साहू, सहा. प्रा तरुण साहू, चंद्रहास साहू, अखिलेश शर्मा, संतोष शर्मा व ज्ञान प्रकाश साहू शामिल हुए। जिस में बीएड प्रथम सेमेस्टर के समस्त 80 प्रशिक्षणार्थी व शैक्षणिक स्टाफ शामिल थे। इंदिरा गांधी कृषि विश्व विद्यालय में व्यावसायिक टिशू कल्चर प्रयोगशाला में डॉ खूबचंद वर्मा सर के द्वारा टिशू कल्चर की विस्तृत जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि टिशू कल्चर, जैव प्रौद्योगिकी का एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है जिसमें पौधों के छोटे टुकड़ों को कृत्रिम माध्यम से उगाकर नई पौधे तैयार किए जाते है। इस तकनीक का उपयोग फसलों की उन्नत किस्मों को विकसित करने, दुर्लभ पौधों को बचाने और कृषि उत्पादन बढ़ाने में किया जाता है। भ्रमण के दौरान उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को टिशू कल्चर प्रयोगशाला भी दिखाई। यहां उन्होंने बताया कि कैसे पौधे को छोटे टुकड़ों में स्टरलाइज्ड किया जाता, कैसे पोषक माध्यम में रखा जाता है इसके बाद इन माध्यमों से इन्हें निकलकर अनुकूलित वातावरण में नई पौधे कैसे विकसित होते हैं।
डॉ खूबचंद वर्मा द्वारा टिशू कल्चर की प्रकिया को विस्तार से समझाया।